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अक्टूबर 2020-पंचांग और कैलेंडर

अक्टूबर  2020-पंचांग और कैलेंडर, कार्तिक संक्रांति फल, एकादशी व्रत, अमावस्या, पूर्णिमा, प्रदोष व्रत, गणेश चतुर्थी,  लोक भविष्य, राशिफल, शरद नवरात्र, दशहरा
इस लेख हम अक्टूबर माह 2020 के बारे में जानेंगे के कब कब है व्रत व् त्यौहार ? अक्टूबर 2020 में कब आने वाली है पूर्णिमा और अमावस्या ?

श्री सत्यनारायण व्रत अक्टूबर 2020

  •  1 अक्टूबर 2020, गुरूवार

एकादशी व्रत अक्टूबर 2020 

  • 13 अक्टूबर 2020, मंगलवार को पुरुषोत्तमा एकादशी व्रत है।
  • 27 अक्टूबर 2020, मंगलवार को पापांकुशा एकादशी व्रत है।

प्रदोष व्रत अक्टूबर 2020 

  • 14 अक्टूबर 2020, बुधवार
  • 28 अक्टूबर 2020, बुधवार

पूर्णिमा अक्टूबर 2020

  • 1 अक्टूबर 2020, गुरूवार के दिन अधिक आश्विन पूर्णिमा है।
  • 30 अक्टूबर 2020, शुक्रवार को शरद पूर्णिमा है।

शरद नवरात्र अक्टूबर 2020 

  •  17 अक्टूबर 2020, शनिवार से शरद नवरात्र है।
  • प्रतिपदा के दिन अभिजीत मुहूर्त में कलश स्थापना करना शुभ होगा।
  • प्रतिपदा से लेकर नवमीं तक नित्यप्रति श्री दुर्गासप्तशती का पाठ का विधान है।
  • नवरात्रों में दुर्गापूजन, कन्यापूजन एवं दानादि का विशेष माहात्म्य होता है।

श्री गणेश चतुर्थी व्रत अक्टूबर 2020

  • 5 अक्टूबर 2020, सोमवार

श्री दुर्गाष्टमी और महानवमी 2020

  • 24 अक्टूबर 2020, शनिवार को श्री दुर्गा महाष्टमी और महानवमी है।

विजयादशमी (दशहरा) अक्टूबर 2020

  • 25 अक्टूबर 2020, रविवार विजयादशमी (दशहरा) का पर्व पुरे भारत में मनाया जायेगा।

कार्तिक संक्रांति अक्टूबर 2020

  • 17 अक्टूबर 2020, शनिवार द्वितीय, आश्विन शुक्ल पक्ष, प्रतिपदा तिथि एवं चित्रा नक्षत्र प्रातः 7:05 पर तुला लग्न में प्रवेश करेगी।
  • 30 मुहूर्त्ति इस संक्रांति का पुण्यकाल सूर्योदय से दोपहर 13:29 तक रहेगा।
  • वारानुसार राक्षसी तथा नक्षत्रानुसार मन्दाकिनी नामक यह संक्रांति राजनेताओं और दुष्ट लोगों के लिए लाभप्रद रहेगी।
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अमावस्या अक्टूबर 2020 

  • 16 अक्टूबर 2020, शुक्रवार को अधिक आश्विन अमावस है।

कार्तिक स्नान 

  • 31 अक्टूबर 2020 शनिवार से कार्तिक मास स्नानादि प्रारम्भ होंगे।
  • चांद्र कार्तिक मास होने से इस समय में कार्तिक व्रत, नियम, पूजन एवं जपादि का विशेष माहात्म्य होता है।

लोक भविष्य अक्टूबर 2020

  •  चान्द्र द्वितीय आश्विन मास में पांच शुक्रवार एवं पांच शनिवार होने से जनसँख्या में वृद्धि, धन-धान्य एवं उत्पादन में वृद्धि होगी।
  • परन्तु आशातीत महँगाई, देश में कहीं दुर्भिक्ष, अग्निकांड युद्धादि का भय एवं कहीं छत्र-भंग होगा।
  • कार्तिक संक्रांति कुंडली में सूर्य पर शनि एवं मंगल की दृष्टि, मंगल  मंगल पर शनि की दृष्टि एवं मंगल-शुक्र के मध्य समसप्तक योग होने से केंद्रीय मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण परिवर्तन के संकेत है।
  • राजनितिक पार्टियों में परस्पर वाद-विवाद तथा सीमाओं पर युद्धमय वातावरण बनेगा।

राशिफल अक्टूबर 2020

  • यह संक्रांति मेष, मिथुन, कर्क, सिंह, तुला, धनु, मकर एवं कुम्भ राशि वालों के लिए लाभप्रद रहेगी।