Where and how to place broom in house

घर में झाड़ू कहाँ और कैसे रखें?

घर में इस्तेमाल की जाने वाली चीजों का बहुत अधिक महत्व होता है ऐसे में जरुरी होता है की जिस तरीके से हम अपनी चीजों को संभाल कर रखते हैं वैसे ही हमें उन चीजों को भी संभाल कर रखना चाहिए। जैसे की झाड़ू, झाड़ू एक ऐसी चीज है जो रोजाना घर की साफ़ सफाई के लिए इस्तेमाल की जाती है इससे घर की गंदगी को दूर करने में मदद मिलती है। और सफाई करने के बाद झाड़ू को कहीं भी इधर उधर जगह देखकर पटक दिया जाता है।

लेकिन क्या आप जानते हैं की वास्तु, धार्मिक शास्त्रों आदि में झाड़ू को माँ लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में यदि आप झाड़ू को सही तरीके से सही जगह पर रखते हैं तो इससे माँ लक्ष्मी आप प्रसन्न होती है आपके घर से नेगेटिविटी और दरिद्रता दोनों दूर होती है। लेकिन यदि आप झाड़ू को सही तरीके से नहीं रखते हैं तो माँ लक्ष्मी आपसे रूत जाती है। तो आइये आज इस आर्टिकल में हम आपको घर में झाड़ू कहां और कैसे रखें इसके बारे में बताने जा रहे हैं।

कहाँ रखें और कहाँ नहीं रखें  झाड़ू?

  • झाड़ू को कभी भी किसी के सामने नहीं रखना चाहिए की कोई भी आपके घर में आये तो आपके घर में रखी झाड़ू उसको नज़र आएं। बल्कि आपको झाड़ू को हमेशा छुपा कर रखना चाहिए।
  • इसके अलावा झाड़ू को कभी भी घर के ईशान कोण यानी उत्तर पूर्व दिशा में नहीं रखना चाहिए इससे माँ लक्ष्मी का आगमन घर में रुक जाता है। झाड़ू रखने के लिए घर की दक्षिण दिशा या दक्षिण पश्चिम दिशा का चुनाव ही करना चाहिए।
  • एक बात का ध्यान और रखना चाहिए की आप बेड रूम में कभी भी झाड़ू नहीं रखें।
  • साथ ही अपनी झाड़ू को आप हमेशा लिटाकर रखें कभी भी झाड़ू को खड़ा करके नहीं रखें।
  • झाड़ू को ज्यादा ऊँची जगह पर रखना भी अच्छा नहीं माना जाता है।

झाड़ू से जुडी इन बातों का भी ध्यान रखें?

घर में आपको झाड़ू रखने पर इन बातों का भी ध्यान रखना चाहिए ताकि झाड़ू रखने से आपको किसी तरह की परेशानी नहीं हो बल्कि माँ लक्ष्मी का वास हमेशा आपके घर में बना रहे।

झाड़ू पुरानी होते ही बदल लें

घर में कभी भी टूटी फूटी पुरानी झाड़ू नहीं रखनी चाहिए यदि आपकी झाड़ू टूट जाती है तो आपको उसे तुरंत ही बदल लेना चाहिए। क्योंकि टूटी फूटी झाड़ू घर में रखना या घर के काम में उसका इस्तेमाल करना शुभ नहीं माना जाता है।

कभी भी झाड़ू को पैर नहीं लगाएं

याद रखें की आप झाड़ू के ऊपर से न तो कभी टापें और न ही झाड़ू को कभी भी पैर लगाएं। क्योंकि ऐसा करने से माँ लक्ष्मी आपसे रूठ जाती है। और यदि कभी गलती से पैर लग जाए तो आपको झाड़ू को छूकर प्रणाम भी करना चाहिए।

शाम के बाद कभी घर में झाड़ू नहीं लगाएं

शाम के समय यानी सूर्यास्त के बाद घर में कभी भी झाड़ू नहीं लगाएं इससे माँ लक्ष्मी नाराज़ होकर घर से बाहर चली जाती है। साथ ही शाम के समय घर के कूड़े को भी घर से बाहर नहीं फेंकना चाहिए ऐसा करने से घर में दरिद्रता आती है।

किसी के बाहर जाने पर झाड़ू नहीं लगाएं

यदि घर से कोई बाहर जाये तो उसके जाने के तुरंत बाद घर के बाहर झाड़ू नहीं लगानी चाहिए। क्योंकि ऐसा करना बिल्कुल भी शुभ नहीं माना जाता है।

रसोई घर में झाड़ू नहीं रखें

यदि आप झाड़ू को रसोई घर में रखती हैं तो आपको ऐसा भी नहीं करना चाहिए। क्योंकि रसोई घर में झाड़ू रखने से धन धान्य में कमी आती है।

तो यह हैं झाड़ू रखने से जुडी सम्पूर्ण जानकारी, यदि आप भी झाड़ू रखने में कोई गलती कर रही थी तो अब आप ऐसा नहीं करें। ताकि माँ लक्ष्मी का वास सदा आपके घर पर बना रहें।

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Vastu tips for child who are not interested in study

जब बच्चे का पढाई में मन में नहीं लगे तो यह वास्तु टिप्स अपनाएँ

कई बार ऐसा होता है की आप बच्चों को पढ़ने के लिए कहते हैं लेकिन बच्चे कोई न कोई बहाना बनाकर पढाई से बचने की कोशिश करते हैं। या फिर वो किताब तो हाथ में पकड़ लेते हैं लेकिन उसमे से कुछ भी नहीं पढ़ते हैं साथ ही कई बार बच्चे यदा कर भी लेते हैं तो थोड़ी देर बाद अपना याद किया हुआ भूल जाते हैं। ऐसे में बच्चों की पढाई को लेकर माँ बाप को परेशानी हो सकती है। क्या आपके बच्चे के साथ भी यह दिक्कत आ रही है? यदि हाँ, तो अब आपको टेंशन लेने की बिल्कुल भी जरुरत नहीं है क्योंकि आज इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे टोटके बताने जा रहे हैं जो आपके बच्चे से जुडी इस समस्या को दूर करने में आपकी मदद करेंगे।

बच्चे की नज़र उतारें

कई बार ऐसा होता है की घर में जब कोई आता है तो बच्चे उसके सामने पढ़ने लगते हैं और ऐसा करने पर सामने वाला यदि उसे टोक दे। जैसे की कहे क्या बात है आपका बच्चा तो बहुत समझदार है पड़ता रहता है हमारे बच्चे तो ऐसे नहीं है। ऐसा कहने पर बच्चे को नज़र लग सकती है जिसकी वजह से बच्चा पढाई में अपना ध्यान अच्छे से नहीं लगा पाता है। उसके बाद बच्चे का ध्यान पढाई में न लगने के कारण बच्चा पढाई में थोड़ा कमजोर होने लगता है।

ऐसे में आपको बच्चे की नज़र उतार देनी चाहिए इसके लिए आप सात सूखी लाल मिर्च, थोड़ी सी राई के दाने लेकर बच्चे के सिर से पैर तक उल्टी दिशा में घुमाएं उसके बाद इसे आग में डाल दें। इसके अलावा बच्चे को घर की देहलीज पर बिठाकर मिट्टी, काली उड़द, नमक को बराबर मात्रा में मिलाकर बच्चे के ऊपर से वार कर दक्षिण दिशा की और फेंक दें। ऐसा करने से बच्चे की नज़र उतर जाती है जिससे बच्चे का पढाई में मन लगने लगता है।

स्टडी टेबल पर ग्लोब रखें

बच्चों के पढ़ने वाली टेबल पर ग्लोब रखें और अपने बच्चे से कहें रोजाना दिन में कम से कम तीन बार इसे जरूर घुमाएं ऐसा माना जाता है की ऐसा करने से बच्चे की एकाग्रता बढ़ती है जिससे उसका पढाई में मन लगने लगता है।

एजुकेशन टावर लगाएं

आपको किसी भी गिफ्ट शॉप, बच्चों के स्कूल से सम्बंधित सामान वाली दूकान से एजुकेशन टावर आसानी से मिल जाता है। आपको इस टावर को बच्चे के पढ़ने वाले कमरे में लगाना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से भी बच्चे की पढाई करने में एकाग्रता बढ़ती है साथ ही बच्चे को याद करने में आ रही समस्या को दूर करने में भी मदद मिलती है।

बीम के नीचे नहीं पढ़ें

बच्चा जहां बैठकर पड़ता है वहां बीम नहीं होना चाहिए इससे शिशु में मानसिक तनाव उत्पन्न होता है। जिससे शिशु के पढ़ने की इच्छा में कमी आती है। ऐसे में बच्चे का पढाई में मन लग सके उसके लिए आपको इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए।

कमरे की दीवार या पर्दों का रखें ध्यान

बच्चे की पढाई करने की इच्छा में वृद्धि हो इसके लिए आपको बच्चे के कमरे की दीवार के रंग, परदे के रंग आदि का भी ध्यान रखना चाहिए। जैसे की दीवार या पर्दों का रंग हल्का पीला, हल्का आसमानी, हल्का हरा हो तो यह बहुत शुभ माना जाता है लेकिन साथ ही यदि आप बच्चे की कुंडली के अनुसार कौन सा रंग शुभ है उसका ध्यान रखती है तो यह और भी ज्यादा फायदेमंद होता है।

बच्चे के कंप्यूटर का रखें ध्यान

यदि आपका बच्चा कंप्यूटर पर ज्यादा पड़ता है तो आपको इस बात का ध्यान रखना भी जरुरी होता है की आखिर आपका कंप्यूटर कौन सी दिशा में रखा हुआ है। जैसे की कंप्यूटर का ईशान कोण में रखना शुभ नहीं माना जाता है बल्कि दक्षिण व् पश्चिम दिशा के बीच आप कहीं भी कंप्यूटर रख सकते हैं यह बच्चे के कंप्यूटर में पढाई करने के लिए सबसे सही दिशा होती है।

स्टडी रूम के पीछे खिड़की नहीं हो

जहां पर आपका बच्चा बैठकर पड़ता है उसके पीछे यदि खिड़की हो तो यह जगह बच्चे के पढाई करने के लिए बिल्कुल भी शुभ नहीं होती है। क्योंकि ज्योतिषीय कारणों के अनुसार यदि बच्चा पढाई कर रहा हो और बाहर की तरफ से बच्चे पर धूप, हवा, रौशनी आती है तो यह बहुत अशुभ माना जाता है। साथ ही यदि आपके घर का कोई ऐसा कमरा है जिसकी सीध में तीन दरवाज़े हैं तो वो कमरा भी बच्चे के पढाई के लिए अच्छा नहीं होता है। इससे बच्चे का पढाई में न लगने के साथ सेहत सम्बन्धी समस्या होने का खतरा भी रहता है।

केले के पेड़ की मिट्टी

यदि आपके बच्चे का पढाई में मन नहीं लगता है और बहुत कोशिश के बाद भी आपका बच्चा नहीं पड़ता है तो आपको अपने बच्चे को रोजाना केले के पेड़ की मिट्टी का तिलक लगाना चाहिए। इससे बच्चे की एकाग्रता बढ़ती है जिससे बच्चे का पढाई में मन लगने लगता है।

नीम

जिस कमरे में बच्चा पड़ता है उस कमरे की चौखट पर नीम की बंधन वार या फिर नीम की कुछ पत्तियां बांधकर टांग दें। ऐसा करने से वहां शुद्ध हवा, पॉजिटिव वातावरण बने रहने में मदद मिलती है जिससे बच्चे का पढाई में मन लगता है।

इन मंत्रों का जाप बच्चे से करवाएं

यदि आप चाहते हैं की आपके बच्चे का पढाई में मन लगा रहे तो इसके लिए आपको अपने बच्चे से माँ सरस्वती, भगवान गणेश, गायत्री मन्त्र आदि का जाप करवाएं। ऐसा करने से भी आपके बच्चे का पढाई में मन लगता है।

शिक्षा सम्बन्धी चीजों का दान करवाएं

बच्चे का पढाई में मन लगा रहे इसके लिए आपको अपने बच्चे से धार्मिक पुस्तकों, कलमे, पेन आदि का दान करवाना चाहिए। ऐसा करने से भी बच्चे का पढाई में मन लगने लगता है।

कमरे में शीशा नहीं हो

बच्चे के पढ़ने वाले कमरे में शीशा नहीं होना चाहिए। और यदि हो भी तो बच्चा जहां बैठकर पड़ता हो उसकी परछाई बच्चे को ही उस शीशे में नज़र नहीं आनी चाहिए क्योंकि इससे बच्चे का ध्यान भटकता है और बच्चे का पढाई में मन नहीं लगता है।

इन चीजों को बच्चे के कमरे में लगाएं

बच्चे का पढाई में मन लग सके इसके लिए कुछ पॉजिटिव चीजों को बच्चे के कमरे में जरूर लगाएं जैसे की बच्चे का टाइम टेबल, माँ सरस्वती की फोटो, ग्लोब, वर्ल्ड मैप आदि। यह चीजें बच्चे के पढाई के कमरे के वातावरण में पाजिटिविटी लाने में मदद करती है जिससे बच्चे का पढाई में मन लगता है।

तो यह हैं कुछ उपाय जिन्हे ट्राई करने से बच्चों से जुडी इस समस्या को दूर करने में मदद मिलती है। साथ ही आपके बच्चे का दिमाग तेज होता है जिससे वो अपना याद किया हुआ नहीं भूलते हैं। साथ ही आपको अपने बच्चे पर हर दम पढ़ते ही रहने का दबाव भी नहीं डालना चाहिए क्योंकि इससे बच्चे तनाव में आ सकते हैं जितना कमा वो अच्छे से कर सकते हैं पहले उन्हें वो करवाइये उसके बाद धीरे धीरे कदम आगे बढ़ाइए। क्योंकि हर बच्चे की बौद्धिक क्षमता अलग अलग होती है ऐसे में आप उनकी आदतों में बदलाव करके एक एक करके आगे बढ़ें। इसके अलावा एक खास बात का ध्यान रखें की अपने बच्चे की तुलना कभी भी दूसरे बच्चे से नहीं करें क्योंकि आपका बच्चा बहुत ही स्पेशल है।

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Tulsi ka mehtv or tulsi ko jal chadhaane ke niyam

घर में तुलसी रखने का महत्व क्या है? और तुलसी रखने के नियम

हिन्दू धर्म में तुलसी के पौधे का बहुत अधिक महत्व होता है और तुलसी को पूजनीय माना जाता है। इसीलिए अधिकतर सभी लोगो के घर में तुलसी का पौधा जरूर लगा होता है। साथ ही तुलसी के पौधे को घर की सही दिशा में यदि लगाया जाये तो इससे आपको बहुत से फायदे भी मिलते हैं इसके अलावा कोई भी शुभ काम किया जाये तो उसमे भी तुलसी के पत्तों को जरूर शामिल किया जाता है। तो आइये आज इस आर्टिकल में हम आपको तुलसी का क्या महत्व होता है। साथ ही तुलसी के पौधे के पौधे को रखने के क्या नियम होते हैं उसके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं।

तुलसी का क्या महत्व होता है?

  • ऐसा माना जाता है की जिस घर में तुलसी का पौधा लगाया जाता है और नियमानुसार तुलसी का पूजा पाठ किया जाता है वहा नकारात्मक ऊर्जा कभी प्रवेश नहीं करती है बल्कि हमेशा पॉजिटिविटी बनी रहती है।
  • तुलसी के पौधे को घर में लगाने से धन की कमी से जुडी समस्याओं से बचे रहने में भी मदद मिलती है।
  • यदि घर में किसी व्यक्ति को खांसी जुखाम कफ आदि हो जाये तो भी तुलसी बहुत फायदेमंद होती है। क्योंकि तुलसी में औषधीय गुण मौजूद होते हैं को आपकी इन समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं।
  • तुलसी का पूजा घर में भी विशेष महत्व होता है इसीलिए घर के पूजा गृह में भी तुलसी के पत्ते चढ़ाएं जाते हैं।

घर में तुलसी का पौधा लगाने के क्या नियम होते हैं?

यदि हम अपने घर में कोई भी चीज लाते हैं तो उसका इस्तेमाल सही तरीके से नहीं करते हैं तब तक उसका कोई फायदा नहीं होता है। वैसे ही घर में यदि आप तुलसी का पौधा लगाते हैं और उसका ध्यान नहीं रखते हैं, उसके नियम नहीं जानते हैं तो उसका कोई फायदा नहीं होता है। तो आइये अब इस आर्टिकल में जानते हैं की घर में तुलसी का पौधा लगाने के क्या नियम होते हैं।

घर में कौन सी तुलसी का पौधा लगाना चाहिए?

वैसे तुलसी के पौधे की कई प्रजातियां होती है लेकिन हिन्दू धर्म में घर में केवल दो ही तरीके की तुलसी लगाने के महत्व के बारे में बताया गया है। एक है रामा तुलसी और एक है श्यामा तुलसी, केवल इन्ही दो प्रकार की तुलसी के पौधे को घर में लगाना शुभ माना जाता है।

घर के पूजा घर में तुलसी के कितने पत्ते रखने चाहिए?

जब भी आप पूजा करते हैं तो आप दो, पांच या सात पत्ते तुलसी के तोड़कर घर के पूजा घर में रख सकते हैं साथ ही जब तक यह मुरझायें नहीं तब तक इन्हे बदलने की जरुरत भी नहीं होती है। क्योंकि तुलसी को बहुत ही पवित्र माना जाता है लेकिन वो आपकी मर्ज़ी है की आप चाहे तो इसे रोजाना भी बदल सकते हैं।

किस देवी देवता को तुलसी नहीं चढ़ानी चाहिए?

हर एक देवी देवता को कुछ चीजें बहुत प्रिय होती है तो कुछ चीजों को उन्हें समर्पित करना शुभ नहीं माना जाता है। ऐसे में आपको ध्यान रखना चाहिए की आप कौन से देवी देवता को तुलसी चढ़ानी चाहिए जैसे की श्री कृष्ण को तुलसी अत्यंत प्रिय है तो आप उन्हें तुलसी जरूर चढ़ाएं, भगवान् विष्णु व् माँ लक्ष्मी को भी तुलसी चढ़ाई जा सकती है। लेकिन आपको भोलेनाथ और गणेश जी को तुलसी बिल्कुल भी नहीं चढ़ानी चाहिए।

किस दिन तुलसी को जल चढ़ाना नहीं चाहिए?

नियमित रूप से तुलसी को जल चढ़ाना बहुत ही शुभ माना जाता है लेकिन शास्त्रों के अनुसार रविवार और एकादशी के दिन गलती से भी तुलसी को जल नहीं चढ़ाना चाहिए। क्योंकि रविवार के दिन तुलसी माता भगवान विष्णु के लिए निर्जला उपवास रखती थी। ऐसे में यदि आप तुलसी को जल चढ़ाते हैं तो इससे उनका व्रत टूट जाता है जो की अच्छा नहीं माना जाता है। इसके अलावा एकादशी के दिन भी तुलसी को जल नहीं चढ़ाना चाहिए यदि आप ऐसा करते हैं तो आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है, घर में कलह बढ़ता है, धन हानि होती है, आदि।

तुलसी को जल चढाने के अन्य नियम

  • जल चढाने से पहले इस बात का ध्यान रखें की आप नहाएं हुए हो।
  • तुलसी को जल देने के बाद उसे नमस्कार करके प्रार्थना जरूर करें।
  • सूर्योदय के समय जल चढ़ाना सबसे शुभ होता है।
  • महिलाएं मासिक धर्म के दिनों में तुलसी से दूरी रखें और जल भी नहीं चढ़ाएं।
  • तुलसी के पत्तों को कभी चबाकर नहीं खाना चाहिए।

तो यह हैं तुलसी रखने के नियम व् उससे जुडी अन्य जानकारी ऐसे में आपके घर में भी यदि तुलसी का पौधा है तो आपको भी इन नियमों का ध्यान रखना चाहिए। ताकि तुलसी के घर में आगमन पर आपके घर में हमेशा सकारात्मकता बनी रहे।

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अमीर होने के टोटके? घर में धन दौलत बरकार बनाएं रखने के टोटके

हर व्यक्ति चाहता है की वो अमीर हो उसे किसी भी चीज की कमी नहीं हो। साथ ही उसके घर में हमेशा धन, दौलत, बरकत बनी रहे। ऐसे में कुछ ऐसे टोटके है जिन्हे ट्राई किया जाये तो ऐसा माना जाता है की इससे घर में धन दौलत और बरकत बनी रहती है साथ ही माँ लक्ष्मी का वास आपके घर में होता है। क्या आप भी चाहते हैं की आपके घर में हमेशा बरकत, धन दौलत बनी रहे। यदि हाँ, तो आइये अब इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे टोटको के बारे में ही बताने जा रहे हैं। लेकिन ध्यान रखें की कोई भी कमा तभी सफल होता है जब आपको उसपर पूरा विश्वास हो ऐसे में किसी भी टोटके को यदि आप करते हैं तो आपके मन में विश्वास जरूर रखना चाहिए।

पीपल के पत्ते का उपाय करें

इस उपाय को करने के लिए आप शनिवार के दिन थोड़े से सिन्दूर को देसी घी में मिलाकर तिलक बनाएं। उसके बाद एक पीपल का पत्ता लेकर उस पर तिलक से ॐ बनाएं। और उसके बाद इस पत्ते को घर की तिजोरी में रख दें, या फिर उस जगह पर रखें जहां आप अपना धन, गहने आदि रखती है। ऐसा लगातार पांच शनिवार तक करें और इसके बारे में किसी से बात नहीं करें। ऐसा करने से आपकी धन सम्बन्धी समस्या दूर होती है और आपके घर में बरकत बनी रहती है।

घर की तिजोरी में रखें यह चीजें

आप अपने घर की तिजोरी में या पैसे रखने की जगह पर शुक्रवार के दिन पीले कपड़े में 5 कौड़ी, तीन चार हल्दी की गांठें, थोड़ी सी केसर, चांदी के सिक्के सभी को एक साथ बांधकर रखें। और माँ लक्ष्मी के आगे हाथ जोड़कर प्रार्थना करें। ऐसा करने से भी आपके घर में धन धान्य की कमी नहीं होती है और माँ लक्ष्मी का आशीर्वाद आप पर बना रहता है।

ईशान कोण में लगाएं तुलसी का पौधा

अपने घर के मुख्य दरवाज़े के ईशान कोण में आप तुलसी का पौधा लगाएं उसके बाद सुबह के समय उसमे जल अर्पित करें और शाम के समय उसमे घी या तिल के तेल का दीपक जलाएं। उसके बाद आप नियमित 11 बार “ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय” का जाप करें ऐसा करने से आपके घर में धन आने का मार्ग खुलता है।

तिजोरी के मुँह की दिशा का ध्यान रखें

कई बारे घर में धन सम्बन्धी समस्या आने का कारण यह होता है की जहां आप अपनी संपत्ति रखते हैं उस जगह का मुँह सही नहीं होता है। ऐसे में यदि आप अमीर बनना चाहते हैं तो आपके घर की तिजोरी का मुँह हमेशा पूर्व या उत्तर की तरफ ही होना चाहिए। और यदि आप इस नियम का ध्यान रखते हैं तो इससे आपकी सात पीढ़ियों तक धन की कमी नहीं होती है।

मिट्टी के घड़े का टोटका करें

यदि आप चाहते हैं की आपके घर में माँ लक्ष्मी का निवास हमेशा रहे तो इसके लिए आपको एक पके हुए मिट्टी के घड़े को घर में लाना चाहिए और उसे लाल रंग से रंग देना चाहिए। उसके बाद उसके मुख के चारों और मौली बाँध देनी चाहिए मौली बाँधने के बाद उसके मुँह पर एक जटायुक्त नारियल रखना चाहिए और बहते हुए जल में प्रवाह कर देना चाहिए। ऐसा करने से आपकी धन सम्बन्धी सभी परेशानियां दूर होती है और आपके घर में माँ लक्ष्मी के आने का मार्ग खुल जाता है।

रविवार के दिन करें यह उपाय

अमीर बनने के लिए आपको रविवार के दिन सूर्योदय से पहले उठकर नहा धोकर तैयार हो जाना चाहिए और उसके बाद उगते सूरज को तांबे के लोटे में जल चढ़ाना चाहिए। उसके बाद सूर्य मन्त्रों का जाप करना चाहिए साथ ही आदित्य स्त्रोत का भी जाप करना चाहिए।

घर की महिला करे यह उपाय

घर की महिला को सुबह सूर्योदय से पहले उठकर नहा धोकर घर के मुख्य द्वार पर तांबे के लोटे में जल भरकर छिड़कना चाहिए। ऐसा करने से भी घर में माँ लक्ष्मी का वास होता है।

शुक्रवार के दिन करें यह उपाय

शुक्रवार के दिन माँ लक्ष्मी का व्रत करने का भी विधान है ऐसे में यदि आप चाहते हैं की आप पर माँ लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहे तो आपको शुक्रवार का व्रत करने के साथ इस दिन माँ लक्ष्मी के मंदिर में जाना चाहिए और गुलाब व् कमल के फूल को अर्पित करना चाहिए। साथ ही खीर का भोग भी लगाना चाहिए और पूरे परिवार को प्रसाद के रूप में इसे ग्रहण करना चाहिए।

शनिवार के दिन करें यह उपाय

धन प्राप्ति के लिए शनिवार के दिन दान धर्म का काम जरूर करना चाहिए लेकिन ध्यान रखे की किसी को लोहा या तेल दान न करें और न ही यह चीजें खरीदें। साथ ही यदि कोई जरूरतमंद मिलें तो उसकी मदद भी जरूर करनी चाहिए।

गणेश जी की मूर्ति लगाएं

धन प्राप्ति के साथ घर में आ रही मुश्किलों को दूर करने के लिए आपको घर के मुख्य दरवाज़े के अंदर और बाहर की तरह दो मूर्तियां लगानी चाहिए। जिनकी पीठ एक दूसरे की तरफ हो। ऐसा करना बहुत ही शुभ होता है इससे आपके घर में आ रही सभी मुश्किलों को दूर होने में मदद मिलती है।

तुलसी की जड़ धारण करें

यदि आप चाहते हैं की आपके पास धन दौलत की कमी नहीं हो तो इसके लिए आप तुलसी के जड़ को चांदी के ताबीज़ में गढ़वा कर पहननी चाहिए। ऐसा करने से आपके ऊपर माँ लक्ष्मी का आशीर्वाद रहता है और घर में धन दौलत बरकत बनी रहती है।

घर में इन चीजों को रखें

यदि आप चाहते हैं की आपके घर में माँ लक्ष्मी का वास रहे तो इसके लिए आपको अपने घर में कुछ चीजों को जरूर रखना चाहिए। जैसे की मोरपंख, पारद शिवलिंग, श्री यंत्र, दक्षिणावर्ती शंख, तुलसी का पौधा, नृत्य गणपति। ये चीजें रखने से माँ लक्ष्मी खुश होती है और आप पर व् आपके परिवार पर माँ लक्ष्मी की कृपा हमेशा बरसती रहती है।

सुपारी रखें तिजोरी में

पूजा के समय सुपारी को गौरी गणेश का रूप मानकर चढ़ाया जाता है। क्योंकि माना जाता है जहां बुध्दि के स्वामी गणेश जी का निवास होता है वही पर माँ लक्ष्मी भी निवास करती है। ऐसे में पूजा के समय इस्तेमाल की गई सुपारी को आप लाल धागा लपेटकर अक्षत, कुमकुम, फूल के साथ यदि अपनी तिजोरी में रखते हैं तो इससे माँ लक्ष्मी आप पर प्रसन्न होती है और उनकी कृपा सदा आप पर बनी रहती है।

तो यह हैं कुछ टोटके जिन्हे ट्राई करने से आपको अमीर बनने और आपके घर में धन, दौलत, बरकत आदि बरकरार रहने में मदद मिलती है। इसके अलावा आपको हमेशा माँ लक्ष्मी के आगे हाथ जोड़कर प्रार्थना करते रहना चाहिए की उनकी कृपा आपके और आपके परिवार पर सदा बनी रहे।

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शाम के समय कौन- कौन सी चीजें किसी को भी नहीं देनी चाहिए?

दान करना, किसी की मदद करना, किसी जरूरतमंद को सामान देना आदि बहुत पुण्य के काम होते हैं। और यह सभी पुण्य के काम हम सभी को जरूर करने चाहिए। साथ ही हिन्दू धर्म में इसका सबसे ज्यादा महत्व होता है इसीलिए किसी भी शुभ काम, व्रत, पूजा आदि को तब तक सम्पूर्ण नहीं माना जाता है जब तक किसी को कुछ न कुछ दान किया जाएँ। लेकिन क्या आप जानते हैं की कुछ ऐसी चीजें हैं जिन्हे शाम के समय न तो आपको दान करनी चाहिए और न ही अपने घर में से किसी को देनी चाहिए।

क्योंकि उन चीजों को देने से आपके घर की बरकत चली जाती है साथ ही ऐसा करना शुभ भी नहीं माना जाता है। वैसे आपके घर के आस पास के लोगो से आपका लेन देन हो सकता है लेकिन कुछ चीजों का लेन देन आपको शाम के समय बिल्कुल नहीं करना चाहिए और उन्हें उन चीजों के लिए मना कर देना चाहिए। तो आइये अब इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में ही बताने जा रहे हैं जो आपको शाम के समय किसी को भी नहीं देनी चाहिए।

दूध

शाम के समय आपको किसी को दूध दान नहीं करना चाहिए क्योंकि दूध को चन्द्रमा और माँ लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में यदि आप शाम के समय अपने घर से किसी को दूध देते हैं या दूध दान करते हैं तो इससे माँ लक्ष्मी आपसे रूठ जाती है।

पैसे

शाम के समय आपको किसी को पैसे दान नहीं करने चाहिए और यदि आपसे कोई पैसे उधार लेने भी आता है तो उसे सुबह आने के लिए कहना चाहिए। क्योंकि ऐसा माना जाता है की शाम के समय पैसे देने से आप अपने घर से लक्ष्मी को विदा कर देते हैं। जिससे आपके घर की बरकत भी चली जाती है।

दही

सूर्यास्त के बाद आपको अपने घर में से किसी को दही भी नहीं देना चाहिए। क्योंकि ऐसा माना जाता है की दही को शाम के समय किसी को देने से घर से वैभव और सुख सुविधाएं भी चल जाती है। ऐसे में आपके घर में कभी न तो वैभव और न ही सुख सुविधाओं की कमी हो इसके लिए दही का दान शाम को नहीं करें।

प्याज व् लहसुन

ऐसा माना जाता है की प्याज व् लहसुन का सम्बन्ध केतु ग्रह से होता है ऐसे में यदि आप शाम के समय प्याज़ व् लहसुन का दान कर देते हैं। तो इसकी वजह से आपको समस्या झेलनी पड़ सकती है। ऐसे में आपको कोई समस्या नहीं झेलनी पड़े इसके लिए आपको शाम के समय किसी को भी प्याज व् लहसुन का दान नहीं करना चाहिए।

हल्दी

हल्दी को गुरु का कारक माना गया है ऐसे में यदि आप शाम के समय हल्दी किसी को देते हैं तो इसकी वजह से आपका गुरु कमजोर हो सकता है। और गुरु के कमजोर होने के कारण आपको धन धान्य से जुडी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आपको धन धान्य की कभी कमी नहीं हो इसके लिए आपको शाम के समय हल्दी का दान नहीं करना चाहिए।

झाड़ू

केवल शाम के समय ही नहीं बल्कि कभी भी किसी को झाड़ू का दान नहीं करना चाहिए क्योंकि झाड़ू का दान करना बहुत ही अशुभ माना जाता है। और ऐसा माना जाता है की झाड़ू का दान करने से माँ लक्ष्मी आपसे हमेशा के लिए रूठ जाती है। आपके घर की बरकत खत्म हो जाती है जिससे आपकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो जाती है।

तेल

शाम के समय किसी को भी अपने घर से तेल नहीं देना चाहिए क्योंकि ऐसा माना जाता है की इससे शनि देव क्रोधित हो जाते हैं। जिससे वो आपको उसका बुरा फल देते हैं और उसका असर आप पर आपके परिवार पर भी पड़ सकता है।

तो यह हैं वो चीजें जो शाम के समय आपको किसी को नहीं देनी चाहिए। क्योंकि इन चीजों को देने से आपके हर में बरकत, धन धान्य की कमी हो सकती है। यदि पहले आप ऐसा कर देती थी तो अब ऐसा नहीं करें और ऊपर दी गई चीजों का ध्यान रखें।

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नज़र उतारने के 5 तरीके

पुराने समय में ही नहीं बल्कि आज कल के लोग भी इस नज़र लगने जैसी चीज को बहुत मानते हैं। इसीलिए वो कुछ न कुछ उपाय अपने घर, अपने व्यापार, आदि में करते रहते हैं जिससे उन्हें बुरी नज़र से बचे रहने में मदद मिल सकें। साथ ही जब किसी व्यक्ति को बुरी नज़र लग जाती है तो कहीं न कहीं उसे पता भी चलने लगता है क्योंकि वो अपने पास पॉजिटिविटी यानी सकारात्मकता कम और नेगेटिविटी यानी नकारात्मकता ज्यादा महसूस करने लगता है।

इसके अलावा यदि नज़र लगने की बात की जाये तो केवल किसी व्यक्ति को ही नज़र नहीं लगती है बल्कि उनके काम, उनके रंग रूप, वाहन, दूकान, मकान, आदि सभी को नज़र लग सकती है। और नज़र लगने की वजह से उनके काम में रुकावट आने लगती है, उनके वाहन को नुकसान पहुँच सकता है, सेहत खराब हो सकती है, धन की कमी होने लगती है, खुशियां दूर जाने लगती हैं, आदि।

नज़र से बचाव के उपाय

यदि किसी को नज़र लग जाती है तो ऐसे बहुत से उपाय है जिनसे व्यक्ति अपनी नज़र उतार सकते हैं। और केवल अपनी ही नहीं बल्कि अपने व्यापार, वाहन आदि पर भी आप इन तरीको का इस्तेमाल कर सकते हैं। तो आइये अब इस आर्टिकल में हम आपको ऐसे पांच तरीको के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपकी नज़र उतारने में मदद करते हैं।

कील का इस्तेमाल करें

यदि आपको ऐसा लगता है की आपके घर परिवार, दूकान आदि को टोक लग गई है तो चार लोहे के कील लेकर आप अपने घर, दूकान आदि के चारों कोनो में ठोक दें। ऐसा करने से आपको नज़र के प्रभाव को कम करने और दूर करने में मदद मिलती है।

अशोक के पत्तों का इस्तेमाल करें

शुक्रवार के दिन अशोक के पत्तों की बंधनवार बनाकर अपने घर के बाहर टांग दें ऐसा करने से आपके घर में मौजूद नेगेटिव एनर्जी बाहर निकल जाती है। और घर में सकारात्मक माहौल रहने में मदद मिलती है। आप चाहे तो अपनी दूकान के बाहर भी इस उपाय को कर सकते हैं इससे आपके व्यापार की नज़र भी उतर जाती है।

बच्चे को या बड़े किसी को लगी नज़र ऐसे उतारें

यदि आपके घर में किसी छोटे बड़े किसी को भी नज़र लग जाती है। तो भी आप घरेलु नुस्खों को ट्राई करके नज़र उतार सकते हैं। सबसे पहले तो आप दो रुई की बाती बनाएं फिर उसे सरसों के तेल में डुबोएं। फिर नज़र लगे व्यक्ति के सिर से लेकर पैर तक उस बाती को उल्टी दिशा में तीन बार घुमाएं और उसके बाद उसे जला दें।

जैसे जैसे बाती जलेगी वैसे वैसे नज़र उतर जाएगी। इसके अलावा आप थोड़ा सा सेंधा नमक, दो लाल मिर्च और सरसों के दानों को अपने बच्चे के ऊपर सिर से पैर तक उल्टी दिशा में घुमा दें ऐसा करने से भी बच्चे या बड़े की नजर उतरती है। साथ ही सात मिर्च को सिर से पैर तक वार दें उसके बाद उन्हें जला दें जैसे जैसे मिर्च जलेगी वैसे वैसे नज़र भी उतर जाएगी।

घोड़े की नाल

शनिवार के दिन सरसों के तेल में घोड़े की नाल को डुबोकर रख दें और उसके बाद शनि मन्त्र का जाप करें। उसके बाद उस नाल को अपने मुख्य द्वार पर टांग दें ऐसा करने से भी आपके घर व् काम की नज़र उतर जाती है।

निम्बू

निम्बू का इस्तेमाल करने से भी आप नज़र उतार सकते हैं। इसके लिए आप निम्बू को नज़र लगे व्यक्ति के ऊपर से सात वर उल्टी दिशा में वार दें। ऐसा करने के बाद आप उस निम्बू को किसी सुनसान जगह या फिर चौराहे पर फेंक दें। ऐसा करने के बाद आप पीछे मुड़कर नहीं देखें ऐसा करने से भी नज़र उतर जाती है।

तो यह हैं पांच तरीके जिनसे आप व्यक्ति, मकान, दूकान सभी की नज़र उतार सकते हैं यदि आपको कुछ नेगेटिविटी महसूस हो रही है। तो आप भी इन टिप्स को ट्राई कर सकते हैं।

Shani sade saati se bachne ke upay

शनि देव की पूजा कैसे की जाती है? साढ़े साती से बचने के उपाय

शनि देव को न्याय का देवता भी कहा जाता है इसीलिए यह भी माना जाता है की शनि देव व्यक्ति को उसके कर्मो के अनुसार फल देते हैं। जैसे की जो व्यक्ति अच्छे कर्म करता है उस पर शनि देव प्रसन्न होते हैं और उसे अच्छा फल देते हैं वहीँ बुरे कर्मों का फल भी बुरा होता है इसीलिए शनि देव द्वारा उन्हें सजा भी दी जाती है। शनि की कृपा बरसने पर जहां खुशियां बरसने लगती हैं वहीँ शनि दोष होने पर परेशानियां आपका पीछा ही नहीं छोड़ती हैं।

कई लोगो की कुंडली में शनि दोष होता है, शनि ग्रह का भार होता है, शनि की साढ़े साती होती है, वो लोग शनि देव की पूजा करके उन्हें प्रसन्न करते हैं और शनि के दोष को दूर करके शनि की कृपा के लिए प्रार्थना करते हैं। क्योंकि शनि का प्रकोप बहुत भयंकर हो सकता है जो आपको हर तरह से प्रभावित करता है। तो आइये अब इस आर्टिकल में हम आपको शनि की पूजा किस तरीके से करनी चाहिए और साढ़े साती की समस्या को दूर करने के लिए आप क्या-क्या कर सकते हैं उसके बारे में बताने जा रहे हैं।

शनि देव की पूजा कैसे की जाती है?

  • शनिवार के दिन शनि देव की पूजा का सबसे अधिक महत्व होता है और यह उन्हें प्रसन्न करने के लिए सबसे उत्तम दिन होता है ऐसे में आपको शनि देव की पूजा की शुरुआत शनिवार से ही करनी चाहिए।
  • सबसे पहले शनिवार के दिन सुबह समय से उठकर नहा धोकर तैयार हो जाना चाहिए और हो सके तो इस दिन काले कपडे पहनने चाहिए।
  • उसके बाद यदि आपके घर के आस पास शनि देव का मंदिर है तो उसमे जाकर शनि देव को सरसों के तेल का दीया अर्पित करना चाहिए और हाथ जोड़कर उनकी कृपा के लिए प्रार्थना करनी चाहिए।
  • फिर आपको काले उड़द, लोहे की चीज, नीला कपडा, नीला फूल आदि भी शनि देव को अर्पित करना चाहिए।
  • उसके बाद आपको शनि चालीसा, आरती आदि करनी चाहिए आप चाहे तो घर के मंदिर में सरसों के तेल का दीया जलाकर भी शनि चालीसा व् आरती का पाठ कर सकते हैं।
  • शनिवार के दिन शनि की पूजा के साथ हनुमान जी की पूजा भी करनी चाहिए और हनुमान जी को केला व् सिन्दूर चढ़ाना चाहिए।
  • हनुमान चालीसा का पाठ करने से भी आपको शनि देव की कृपा मिलने में मदद मिलती है इसीलिए शनि चालीसा के साथ हनुमान चालीसा का भी पाठ करें।
  • शनि के दोष को टालने के लिए शनिवार के दिन काले कपड़ों, काली उड़द आदि का दान करना बहुत शुभ माना जाता है।
  • शनिवार के दिन पीपल या बरगद के पेड़ पर भी जल चढ़ाना चाहिए और दीया अर्पित करना चाहिए।

साढ़े साती से बचाव के उपाय?

कई लोगो की कुंडली में शनि दोष होता है, साढ़े साती का दोष होता है, ऐसे में उन लोगो को शनि के बुरे प्रभाव के लिए उपाय करने चाहिए ताकि शनि दोष से वह व्यक्ति मुक्त हो सकें। साथ ही ऐसा माना जाता है की शनि देव सबके अच्छे बुरे कर्मों का हिसाब रखते हैं और उसी अनुसार आपको फल भी देते हैं यदि वह आपसे प्रसन्न है तो बहुत अच्छी बात है।

लेकिन यदि वह आपसे प्रसन्न नहीं है तो आपको शारीरिक, मानसिक, आर्थिक आदि हर तरीके की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में अच्छा है की शनि देव आप पर प्रसन्न ही रहें। आइये अब आगे हम आपको कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं जो आपको शनि की साढ़े साती से बचने में मदद करते हैं।

घर में लगाएं शमी का पेड़

यदि आप साढ़े साती की समस्या से निजात पाना चाहते हैं तो आपको अपने घर या घर के पास शमी का पेड़ लगाना चाहिए। क्योंकि ऐसा माना जाता है की शनि देव शमी के पेड़ पर विराजमान रहते हैं। उसके बाद आपको रोजाना सुबह शाम शमी के पेड़ की पूजा करनी चाहिए ऐसा करने से शनि देव आप पर प्रसन्न होते हैं और उनकी कृपा आप पर बनी रहती है।

शनि पूजा

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शनिवार के दिन शनि देव को सरसों के तेल का दीया व् काले तिल अर्पित करने और शनि चालीसा व् शनि आरती का पाठ पूरे श्रद्धा भाव से करने पर आपको शनि की साढ़े साती से बचे रहने में मदद करते हैं।

शिव पूजा

शनि दोष से मुक्ति पाने के लिए शिव पूजा का भी बहुत अधिक महत्व है इसीलिए ऐसा भी माना जाता है की शिव पूजा करने से साढ़े साती के प्रभाव से भी निजात मिल जाता है। ऐसे में आपको शिव चालीसा पढ़नी चाहिए, शिव आरती करने के साथ महामृत्युंजय का पाठ भी शनिवार के दिन जरूर करना चाहिए।

हनुमान जी की पूजा

शनि देव को प्रसन्न करने के एक तरीका यह भी है की आप हनुमान जी को खुश रखें क्योंकि धार्मिक ग्रंथों में लिखा है की एक बार शनि देव जी ने हनुमान जी हो वचन दिया था की वह हनुमाना जी के भक्तों को परेशान नहीं करेंगे। ऐसे में नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करने से भी आपको शनि के दोष से मुक्ति पाने में मदद मिलती है।

पीपल की पूजा

शनिवार के दिन आपको पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाकर परिक्रमा करनी चाहिए साथ ही सरसों के तेल का दीया भी जलाना चाहिए ऐसा करने से भी शनि दोष से मुक्ति पाने में मदद मिलती है।

प्रदोष व्रत रखें

महीने में दो बार प्रदोष व्रत आता है और यह व्रत रखने और पूरे भाव के साथ इस दिन भोलेबाबा की आराधना करने से साढ़े साती से बचे रहने में मदद मिलती है और शनि के बुरे प्रभाव से बचे रहने में आपको मदद मिलती है।

दान करें

साढ़े साती के प्रभाव से मुक्त होने के लिए आप शनिवार के दिन काले कपडे, काले तिल, लोहे का बर्तन, उड़द की दाल आदि का दान करें, जरूरतमंद की मदद करें। और जरूरतमंद की मदद केवल शनिवार को ही नहीं जब भी आपको मौका मिले तभी करें ऐसा करने से शनि की कृपा आप पर बरसती है।

शनि के नाम का जाप करें

शनि दोष से मुक्ति के लिए शनिदेव के इन दस नामों का जाप करें शनिवार के साथ हो सके तो रोजाना करें। क्योंकि ऐसा करने से ही व्यक्ति को कार्यों में सफलता भी मिलती है। शनिदेव के नामों का कम से कम 108 बार जप करें। नाम इस प्रकार हैं कोणस्थ, पिंगल, बभ्रु, कृष्ण, रौद्रान्तक, यम, सौरि, शनैश्चर, मंद, पिप्पलाश्र।

चीटियों को यह डालें

शनि कृपा पाने के लिए शनिवार के दिन काले तिल, आटा, शक्कर आदि तीनों चीजों को मिलाकर चीटियों को खिलाना चाहिए। ऐसा करने से भी आपको पुण्य मिलता है।

बंदरों को यह खिलाएं

शनिवार के दिन बंदरों को गुड़ चना खिलाने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और जब हनुमान जी प्रसन्न होते हैं तो शनि देव की कृपा भी आप पर बरसती है। गुड़ चना खिलाने के साथ आप केले भी खिला सकते हैं क्योंकि केले बंदरों को बहुत पसंद होते हैं।

घोड़े की नाल की अंगूठी

शनि देव से संबंधित बाधाओं से मुक्ति पाने और उनकी सही दृष्टि आप पर रहे इसके लिए आपको काले घोड़े की नाल या नाव की कील से अंगूठी बनाकर अपनी मध्यमा उंगली में शनिवार के दिन सूर्यास्त के समय धारण करनी चाहिए।

तो यह हैं शनि देव की पूजा करने की विधि और साढ़े साती की समस्या से बचने के कुछ अहम उपाय, यदि आप भी चाहते हैं की आप पर भी शनि की कृपा हमेशा बनी रहे तो आप भी शनिवार के दिन शनि देव की पूजा आराधना सच्चे मन से कर सकते हैं। ऐसा करने से शनि सेव आप पर जरूर प्रसन्न होंगे और उनकी कृपा आपके और आपके परिवार पर सदा बनी रहेगी।

Shravan Purnima Amavasya 2022

2022 सावन के महीने में अमावस्या और पूर्णिमा कब है?

हिन्दू धर्म में पूर्णिमा और अमावस्या दोनों का ही बहुत महत्व होता है। हर एक महीने में एक बार ही अमावस्या आती है और एक ही बार पूर्णिमा आती है। पूर्णिमा की रात आपको पूरा चाँद दिखाई देता है और चारों को चन्द्रमा का प्रकाश दिखाई देता है। वहीँ अमावस्या के दिन आपको चाँद दिखाई नहीं देता है। साथ ही सावन की पूर्णिमा और अमावस्या दोनों ही बहुत खास होती है। इसके अलावा अमावस्या और पूर्णिमा दोनों ही दिनों में दान धर्म करने का बहुत ही महत्व भी होता है। तो आइये अब इस आर्टिकल में हम आपको सावन यानी की श्रावण महीने में आने वाली पूर्णिमा और अमावस्या कब है उसके बारे में बताने जा रहे हैं।

श्रावण पूर्णिमा 2022 कब है?

सावन के महीने में पूर्णिमा 12 अगस्त 2022 दिन शुक्रवार को है। और श्रावण पूर्णिमा की शुरुआत अगस्त 11, 2022 दिन गुरूवार को 10:39 से होगी और पूर्णिमा तिथि का समापन अगस्त 12, 2022 दिन शुक्रवार को 07:06 पर होगा।

सावन पूर्णिमा का महत्व और धार्मिक कर्म

श्रावण पूर्णिमा को श्रावणी पूर्णिमा, कजरी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। तो आइये अब सावन पूर्णिमा का महत्व और इस दौरान कौन कौन से धार्मिक काम करने चाहिए उसके बारे में जानते हैं।

  • सावन महीने में आने वाली पूर्णिमा के दिन रक्षाबंधन का पावन त्यौहार मनाया जाता है। यह त्यौहार भाई बहन के प्यार का प्रतिक होता है।
  • इस दिन गाय को चारा, चीटियों और मछलियों को आटा व दाने डालने चाहिए।
  • श्रावण पूर्णिमा के दिन चंद्रमा का प्रकाश चारों को फ़ैल जाता है क्योंकि इस दिन चन्द्रमा अपनी पूर्ण कलाओं में होता है साथ ही ऐसा माना जाता है की इस दिन चंद्रमा की पूजा करने से चंद्रदोष से मुक्ति मिलती है। ऐसे में जो भी चंद्रदोष के कारण पीड़ित होते हैं उन्हें इस दिन चन्द्रमा की पूजा जरूर करनी चाहिए साथ ही आप चाहे तो पूर्णिमा का व्रत भी कर सकते हैं।
  • इस दिन भगवान विष्णु और लक्ष्मी की पूजा करना भी बहुत शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है की इस दिन विष्णु लक्ष्मी के दर्शन से सुख, धन और समृद्धि कि प्राप्ति होती है।
  • श्रावण मास में भगवान शिव की पूजा करने का भी बहुत अधिक महत्व होता है इसीलिए इस दिन भोलेबाबा की विशेष रूप से आराधना की जाती है साथ ही पूर्णिमा के दिन भगवान शंकर का रुद्राभिषेक करना चाहिए।

श्रावण महीने में अमावस्या कब है?

सावन के महीने में अमावस्या 28 जुलाई 2022 दिन गुरूवार को है। श्रावण माह की अमावस्या तिथि 27 जुलाई 2022 दिन बुधवार को रात के समय 09 बजकर 11 मिनट से शुरू होकर 28 जुलाई 2022 दिन गुरूवार रात 11 बजकर 24 मिनट पर समाप्त होगी।

श्रावण महीने में अमावस्या का महत्व

  • सावन के महीने में आने वाली अमावस्या को हरियाली अमावस्या भी कहा जाता है। इस दिन वृक्षारोपण का बहुत अधिक महत्व होता है।
  • अमावस्या के दिन सुबह समय से उठकर किसी नदी या तालाब में स्नान करना चाहिए यदि घर के आस पास कोई नदी या तालाब नहीं है तो घर में ही पानी में गंगाजल डालकर नहाना चाहिए।
  • इसके बाद आपको मंदिर में जाकर भोलेबाबा व् माँ पार्वती की पूजा करनी चाहिए उसके बाद भोलेबाबा का पंचामृत से स्नान करना चाहिए और माँ पार्वती को श्रृंगार चढ़ाना चाहिए।
  • अमावस्या के दिन आपको किसी जरूरतमंद की मदद करनी चाहिए और दान धर्म का काम करना चाहिए।
  • हरियाली अमावस्या पर्यावरण को दर्शाती है इसीलिए इस दिन कृषि उपकरणों की भी पूजा की जाती है।

तो यह है सावन महीने में आने वाली पूर्णिमा व् अमावस्या से जुडी जानकारी, यदि आप भी सावन की पूर्णिमा या अमावस्या का व्रत करते हैं या दान धर्म का काम करते हैं तो आपको भी अमावस्या व् पूर्णिमा से जुडी जानकारी ऊपर बताई गई है।

Shravan Purnima 2022, Shravan Amavasya 2022

घर में कौन-कौन से पौधे नहीं लगाने चाहिए?

घर में पौधे लगाने से घर की रौनक बढ़ जाती है साथ ही घर में इन्हे लगाने से बहुत से फायदे भी मिलते हैं। जैसे ही हरे भरे पौधे आपके मन को खुश करते हैं, घर में ऑक्सीजन रहती है, आपके घर की शोभा और ख़ूबसूरती बढ़ती है, आदि। साथ ही कुछ पौधे ऐसे होते होते हैं जिन्हे घर में लगाना बहुत शुभ माना जाता है जिन्हे लगाने से आपको तरक्की मिलती है। लेकिन क्या आप जानते हैं की कुछ पौधे ऐसे भी होते हैं जिन्हे आपको घर में नहीं लगाना चाहिए क्योंकि उन्हें लगाना आपके घर के लिए शुभ नहीं होता है। आज इस आर्टिकल में हम आपको उन्ही पौधों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हे आपको घर में बिल्कुल भी नहीं लगाना चाहिए।

इन पौधों को घर में बिल्कुल नहीं लगाएं?

यदि आपको घर में पौधे लगाने का बहुत शौक है तो घर में पौधे लगाते समय ध्यान रखें की इन पौधों को घर में बिल्कुल नहीं लगाएं। क्योंकि इन्हे लगाना आपके और आपके घर के लिए सही नहीं होता है। जैंसे की:

कांटेदार पौधें

गुलाब के पौधे को छोड़कर आपको घर में अन्य कोई भी कांटेदार पौधा घर में नहीं लगाना चाहिए जैसे की कैक्टस आदि। क्योंकि कांटेदार पौधे आपके घर के वातावरण के लिए बिल्कुल भी सही नहीं होते हैं।

मेहँदी

वैसे मेहँदी का पौधा दिखने में आकर्षक होने के साथ बहुत फायदेमंद भी होता है क्योंकि मेहँदी को महिला हाथों, बालों आदि में लगाती है। लेकिन जब बात इस पौधे को घर में लगाने की हो तो आपको इससे बचना चाहिए। क्योंकि वास्तु के अनुसार घर में मेहँदी का पौधा लगाना अशुभ माना जाता है।

सूखे पौधें

यदि आपके घर में कोई पौधा सूख गया है तो आपको उसे भी घर से हटा देना चाहिए क्योंकि सूखे पौधे भी घर के लिए शुभ नहीं माने जाते हैं। इसके अलावा यदि आप यदि घर में बुके आदि को सजाकर रखती है तो उसके भी फूल सूखने के बाद उसे घर से बाहर कर देना चाहिए। क्योंकि यह भी घर के लिए शुभ नहीं माने जाते हैं।

इमली

आपको घर में इमली का पौधा भी नहीं लगाना चाहिए क्योंकि ऐसा माना जाता है की इमली के पौधे पर बुरी आत्माओं का वास होता है। ऐसे में आपको घर में या घर के आस पास भी इमली का पौधा नहीं नहीं लगवाना चाहिए।

बोनसाई (Bonsai)

आजकल बोनसाई पौधों का घर में रखने का चलन तेजी से बढ़ा है। इसे घर की साज सजावट के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। लेकिन सच यह है की बोनसाई को घर में रखने से सदस्यों की प्रगति में रूकावट आती है और इसे घर में रखना बहुत ही अशुभ माना जाता है।

कपास

घर में या घर के आस पास भी कपास का पौधा नहीं लगाना चाहिए क्योंकि इसे लगाना भी घर में अशुभ माना जाता है।

पीपल

वैसे तो लोग पीपल के पेड़ की पूजा करते हैं लेकिन मायता हैं की पीपल के पौधे को गलती से भी घर में या घर के आस पास नहीं लगाना चाहिए क्योंकि इसे लगाना शुभ नहीं माना जाता है।

खजूर

खजूर का पौधा दिखने में सूंदर व् आकर्षक होता है लेकिन इस पौधे को घर में लगाने से बचना चाहिए। क्योंकि इस पौधे को घर में लगाने से आपको शुभ फल की प्राप्ति नहीं होती है।

मदार का पौधा

मदार का पौधा भी घर में नहीं लगाना चाहिए क्योंकि इस पौधे में से दूध निकलता है जो भी घर में नेगेटिव ऊर्जा को बढ़ाता है और घर के लिए अशुभ होता है। ऐसे में यदि आपके घर में यह पौधा है तो इसे आपको तुरंत कटवा देना चाहिए।

तो यह हैं कुछ पौधे जो आपको गलती से भी अपने घर में नहीं लगाने चाहिए। इसके अलावा आपको घर में उन सभी पौधों को लगाना चाहिए जो घर के लिए शुभ होते हैं। साथ ही उनकी अच्छे से देख रेख करनी चाहिए ताकि वो हमेशा हरे भरे रहे।

Which plants should not be planted in the house

Ekadashi vrat karne ka tarika or fayde

एकादशी व्रत करने का तरीका और इसके फायदे

हिंदू पंचांग के अनुसार ग्यारहवी तिथि को एकादशी कहा जाता हैं। एकादशी तिथि महीने में दो बार आती है। पहली पूर्णिमा के बाद और दूसरी अमावस्या के बाद। यदि एकादशी पूर्णिमा के बाद आती है तो इसे कृष्ण पक्ष की एकादशी और अमावस्या के बाद आती है तो इसे शुक्ल पक्ष की एकादशी कहते हैं। ऐसे ही पूरे एक साल के 365 दिनों में 24 एकादशियां होती हैं।

साथ ही हर तीसरे वर्ष में अधिकमास होने से 2 एकादशी और जुड़ जाती है और यह एकादशी 24 से बढ़कर 26 हो जाती हैं। साल भर में आने वाली हर एकादशी को अलग अलग नाम से जाना जाता है हर एकादशी का अपना एक अलग महत्व होता है और हर एकादशी रखने का आपको अलग अलग फल भी मिलता है।

पुराणों के अनुसार जो व्यक्ति एकादशी का व्रत करता रहता है, वह जीवन में कभी भी संकटों से नहीं घिरता और उसके जीवन में धन और समृद्धि बनी रहती है साथ ही उसकी सभी इच्छाओं को पूर्ण होने में मदद मिलती है। आज इस आर्टिकल में हम आपको एकादशी व्रत कैसे किया जाता है और एकादशी का व्रत रखने से कौन कौन से फायदे मिलते हैं उसके बारे में बताने जा रहे हैं।

एकादशी व्रत रखने का तरीका

  • यदि आप एकादशी का व्रत रखना चाहते हैं तो आपको इसकी तैयारी दशमी तिथि से ही शुरू करनी चाहिए यानी की आपको दशमी तिथि को दिन ढलने से पहले भोजन कर लेना चाहिए और उसके बाद अन्न का सेवन बंद कर देना चाहिए।
  • एकादशी का व्रत रखना बहुत ही आसान होता है इसके लिए आपको सबसे पहले व्रत के दिन सुबह समय से उठकर नहा धोकर साफ़ स्वच्छ कपडे पहनकर तैयार हो जाना चाहिए।
  • उसके बाद पूजा के स्थान पर वेदी बनाकर 7 तरह का अनाज रखने चाहिए।
  • फिर भगवान विष्‍णु की मूर्ति की स्थापना करनी चाहिए।
  • उसके बाद भगवान को पीला चंदन, हल्दी में रंगे पीले अक्षत, पीले फूल, फल और तुलसी चढ़ाएं, धूप-दीप, दक्षिणा और नैवेद्य अर्पित करें।
  • यह सब करने के बाद आपको एकादशी व्रत की कथा करनी चाहिए और आखिर में विष्णु भगवान की आरती करनी चाहिए।
  • ध्यान रखें आप व्रत निर्जला रखना चाहते हैं, फलाहार, एक समय भोजन ( भोजन में आप प्याज, लहसुन, अन्न, अंडा, नॉन वेज आदि नहीं शामिल करें) करके रखना चाहते है, यह आप पर निर्भर करता है।
  • उसके बाद अगले दिन यानी की द्वादशी के दिन नहा धोकर मंदिर में जाकर दान दक्षिणा व् खाने पीने की चीजों का दान करें या फिर घर में किसी ब्राह्मण को बुलाकर भोज करवाएं। ऐसा करने के बाद आपका एकादशी का व्रत सम्पूर्ण माना जाता है।

एकादशी का व्रत रखने के फायदे

यदि कोई व्यक्ति एकादशी का व्रत रखता है तो इसे रखने से आपको अलग अलग एकादशी से अलग अलग फायदें मिलते हैं। जैसे की:

  • यह व्रत करने से व्यक्ति को निरोगी रहने में मदद मिलती है।
  • भूत पिशाच से छुटकारा मिलता है।
  • आपके पापों का नाश होता है और पुण्य की प्राप्ति होती है।
  • एकादशी का व्रत रखने से संकटों से बचे रहने में मदद मिलती है।
  • आपके सभी कार्य सिद्धि होते हैं और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
  • एकादशी व्रत रखने से आपके विवाह में आ रही समस्याओं को दूर करने में मदद मिलती है और आपका शादीशुदा जीवन खुशहाल रहता है।
  • धन और समृद्धि का घर में वास होता है और प्यार व् शांति बनी रहती है।
  • पुत्र प्राप्ति का या संतान प्राप्ति की इच्छा पूरी होती है इसीलिए कई लोग पुत्रदा एकादशी का व्रत पूरे श्रद्धा भाव से करते हैं।
  • मोह माया से मुक्ति मिलती है।
  • शत्रुओं का नाश होता है। और यदि आपकी तरक्की के मार्ग में यदि कोई शत्रु आता है तो उससे भी आपको बचाव करने में मदद मिलती है।
  • निर्जला एकादशी का व्रत निर्जला व् निराहार रखने से आपके मन की हर इच्छा को पूरा होने में मदद मिलती है।
  • दरिद्रता दूर हो जाती है और आपका सोया हुआ भाग्य जागृत हो जाता है।
  • उत्त्पन्ना एकादशी का व्रत रखने से हजारों यज्ञों के फल की प्राप्ति होती है।
  • यदि कोई व्यक्ति को कोई समस्या हो तो उसे भी एकादशी का व्रत रखना चाहिए क्योंकि इसे रखने से उसकी समस्या दूर होती है और उसके सभी मनोरथ पूरे होते हैं।

एकादशी का व्रत रखने पर इन बातों का ध्यान रखें

  • व्रत के दिन चावल, अन्न आदि का सेवन नहीं करना होता है।
  • अंडा, मास मच्छी, नशीली चीजों के सेवन से परहेज रखना होता है।
  • ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।
  • किसी के दिल को ठेस न पहुंचाएं, बड़ो का सम्मान करें, लोगो की मदद करें, दूसरों की चुगली या निंदा नहीं करें।
  • आप चाहे तो एकादशी के दिन दान धर्म का काम कर सकते हैं।
  • एकादशी का व्रत रखने पर आपको किसी से भी झूठ नहीं बोलना चाहिए।

तो यह है एकादशी का व्रत कैसे किया जाता है और एकादशी व्रत रखने के कौन कौन से फायदे होते हैं उससे जुडी जानकारी, यदि आप भी एकादशी का व्रत रखना चाहते हैं तो आप भी इस विधि द्वारा एकादशी का व्रत रख सकते हैं। साथ ही एकादशी के व्रत के बेहतरीन फायदों को भी पा सकते हैं।

Ekadashi vrat karne ka tarika or ise rakhne ke fayde