Chath-2023

Chath-2023


भारतवर्ष त्यौहारों का देश है और यहां हर त्यौहार का एक अलग महत्व है और हर त्यौहार पर अलग ही धूम भी देखने को मिलती है। इस आर्टिकल में हम आपसे एक खास पर्व के बारे में ही बात करने जा रहे हैं जिसे मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश के साथ पूरे भारत में मौजूद पूर्वांचल संस्कृति के लोग मनाते हैं। यह त्यौहार सबसे ज्यादा दिनों तक मनाया जाता है क्योंकि यह त्यौहार चार दिन तक चलता है।

छठ के पर्व में जरुरी नहीं है की सभी महिलाएं व्रत रखती है बल्कि कई महिलाएं सिर्फ पूजा के लिए ही इसमें शामिल होती है। छठ पर्व अधिकतर महिलाएं पहले पुत्र की प्राप्ति के बाद रखना शुरू करते हैं। छठ पर्व से जुडी अन्य बातें और महत्व के साथ मार्च 2023 में छठ का पर्व कब है और अर्ध्य देने का शुभ मुहूर्त कौन सा है उसके बारे में हम आपको आगे बताने जा रहे हैं।

एक वर्ष में कितनी बार मनाया जाता है छठ पर्व?

छठ पर्व साल में दो बार मनाया जाता है एक बार चैत्र माह में और एक बार कार्तिक माह में, लेकिन कार्तिक माह में इस पर्व को ज्यादा धूमधाम से मनाया जाता है और उसी दौरान अधिकतर महिलाएं छठ व्रत भी करती है।

छठ पर्व का क्या महत्व है?

पौराणिक कथाओं में हर त्यौहार हर व्रत के महत्व के बारे में उल्लेख किया गया है। वैसे ही पौराणिक मान्यताओं के अनुसार छठ पर्व के महत्व के बारे में भी बताया गया है। ऐसा माना जाता है की छठी मैय्या सूर्य देवता की बहन है ऐसे में छठी मैय्या को प्रसन्न करने से सूर्य देवता भी प्रसन्न होते हैं। जिससे घर में सुख समृद्धि बनी रहने के साथ परिवार के सदस्यों में प्यार बना रहता हैं।

मार्च छठ 2023 तारीख व् मुहूर्त

छठ का त्यौहार चार दिनों तक चलता है। यह पूजा नहाय खाय से शुरू होती है और पारण के दिन खत्म होती है। साल 2023 में 25 मार्च दिन शनिवार को नहाय खाय से यह पूजा शुरू होगी और 28 अप्रैल 2023 को सुबह सूर्य को अर्ध्य देने के साथ इस व्रत का पारण किया जायेगा।

25 मार्च 2023 दिन शनिवार- नहाय खाय

26 मार्च 2023 दिन रविवार- खरना

27 मार्च 2023 दिन सोमवार- संध्या अर्ध्य

28 मार्च 2023 दिन मंगलवार- सूर्योदय अर्ध्य (पारण)

नहाय खाय के दिन क्या करते हैं?

2023 में छठ नहाय खाय 25 मार्च 2023 दिन शनिवार को है नहाय खाय के दिन सम्पूर्ण स्वच्छता का ध्यान रखते हुए व्रत के लिए गेहूं और चावल को धोकर सूखा लिया जाता है और इस दिन लौकी और भात का सात्विक आहार बनाया जाता है।

खरना के दिन क्या करते हैं?

2023 में चैत्र छठ खरना 26 मार्च 2023 दिन रविवार को है खरना के दिन छठ व्रती दिन भर उपवास रखती है। उसके बाद सायंकाल यानी शाम के समय में आम और अन्य लकड़ी के जलावन का इस्तेमाल करके चूल्हे पर गुड़ की खीर बनाई जाती है। फिर इसे प्रसाद के रूप में इस्तेमाल किया जाता है और उसके बाद पूजन होता है और व्रती और अन्य इसे ग्रहण करतें हैं। प्रसाद ग्रहण करने के बाद व्रत की शुरुआत हो जाती है और व्रती का निर्जला उपवास शुरू हो जाता है, जो की प्रातः अर्घ के पश्चात ही समाप्त होता है।

संध्या अर्ध्य के दिन क्या करते हैं?

संध्या अर्ध्य का नज़ारा देखने वाला होता है और इस साल चैत्र छठ संध्या अर्घ्य 27 मार्च 2023 दिन सोमवार को है इस दिन व्रती किसी नदी या सरोवर में खड़े होकर अस्त होते सूर्य देव को अर्घ्य देती है छठ पर्व का यह सबसे मुख्य दिन होता है।

चैत्र छठ पूजा प्रातः अर्घ्य और पारण के दिन क्या करते हैं?

साल 2023 में चैत्र छठ प्रातः अर्घ्य 28 अप्रैल 2023 दिन मंगलवार को है। इस दिन सूर्य उदय होते सूर्यदेव को अर्घ्य दिया जाता है और उसी के साथ व्रत का पारण कर दिया जाता है।

अर्ध्य देने का शुभ मुहूर्त

सूर्यास्त अर्ध्य का समय :- 27 मार्च, 05:30 PM
सूर्योदय अर्ध्य का समय :- 28 मार्च, 06:40 AM

तो यह है छठ पर्व से जुडी जानकारी व् छठ पर्व में सूर्य को अर्ध्य देने का शुभ मुहूर्त क्या है उसके बारे में भी बताया गया है। ऐसे में आप भी इस पर्व पर मुहूर्त अनुसार इस व्रत का आरम्भ व् समापन कर सकते हैं।

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