कुँवारी लड़कियों को कौन कौन से व्रत करने चाहिए?

Fast for unmarried girls
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हिन्दू धर्म में उपवास रखने को बहुत अधिक मान्यता दी जाती है इसीलिए जो कोई भी व्रत रखता है वो पूरी श्रद्धा व् निष्ठा के साथ उस व्रत को सम्पूर्ण करने की कोशिश भी करता है। कई लोग तो उपवास को भी त्यौहार की तरह ही मनाते हैं जैसे की नवरात्रि के नौ दिन ऐसा लगता है की व्रत नहीं बल्कि त्यौहार आ गया है। और महिलाएं तो बहुत ज्यादा व्रत रखती है और कुछ महिलाएं तो शादी के पहले से ही व्रत रखना शुरू कर देती है। यह व्रत वो अपने मन की इच्छा को पूरी करने के लिए रख सकती है और इसमें किसी तरह की कोई बुराई भी नहीं है। आज इस आर्टिकल में हम आपको कुँवारी लडकियां कौन -कौन से व्रत रख सकती है उसके बारे में बताने जा रहे हैं।

नवरात्रि के व्रत

वैसे तो साल में चार बार नवरात्रि आती है एक चैत्र नवरात्रि, एक शारदीय नवरात्रि और दो गुप्त नवरात्रि, अधिकतर लोग चैत्र और शारदीय नवरात्रि ही रखते हैं। और जहां तक कुँवारी लड़कियों की बात है वो पूरे नौ के नौ दिन इन व्रत को रख सकती है। कुँवारी लड़कियों के लिए नवरात्रि के दौरान वही सब नियम होते हैं जो की एक आम व्यक्ति के लिए होते हैं।

सोमवार का व्रत

बहुत कम कुँवारी लडकियां होती है जो सोमवार का व्रत नहीं रखती है। सोमवार का व्रत भोलेबाबा और माँ पार्वती के लिए रखा जाता है। इस व्रत को कुँवारी लडकियां अपने मनपसंद वर को पाने की इच्छा रखती है। और इसके लिए वो सोलह सोमवार, सावन के सोमवार आदि करके इस व्रत को रखती है।

साईं बाबा का व्रत

कुँवारी लडकियां साई बाबा के नामा का व्रत भी रख सकती है यह व्रत भी आम व्रत की तरह होता है इसमें भी आप एक समय खाना खा सकते हैं। कुँवारी लडकियां इस व्रत को अपने मन की किसी भी इच्छा को पूरी करने के लिए रख सकती है साथ ही यह व्रत वीरवार के दिन रखा जाता है।

वीरवार का व्रत

साईं बाबा के साथ साथ वीरवार का व्रत भगवान विष्णु और माँ लक्ष्मी के लिए भी रखा जाता है। जिन लड़कियों की शादी में रुकावट आ रही हो वो लडकियां यदि इस व्रत को रखती है तो इससे उनकी सभी मनोकामनाओं को पूरा होने में मदद मिलती है साथ ही शादी में आ रही रुकावट भी दूर होती है इसके अलावा अन्य कुँवारी लडकियां भी अपनी कोई इच्छा लेकर इस व्रत को कर सकती है।

शुक्रवार का व्रत

शुक्रवार का व्रत वैभव लक्ष्मी के लिए रखा जाता है यह व्रत भी कुँवारी लड़कियों के लिए बहुत उत्तम होता है। इसीलिए यदि कोई कुंवारी लड़की शुक्रवार के व्रत रखना चाहती है तो अपने जितने व्रत का संकल्प लेना है उतने व्रत का संकल्प लेकर वो व्रत रख सकती है।

करवाचौथ का व्रत

करवाचौथ का व्रत सुनकर हैरान मत होइएगा क्योंकि ऐसा बिल्कुल भी जरुरी नहीं है की करवाचौथ का व्रत केवल शादीशुदा महिलाएं रख सकती है। बल्कि कुँवारी लडकियां भी इस व्रत को रख सकती है। और करवाचौथ के दिन जिस तरह शादीशुदा महिलाएं चाँद को देखकर व्रत खोलती हैं बस कुँवारी लड़कियों को तारा देखते ही व्रत को खोल लेना चाहिए। करवाचौथ का व्रत कुँवारी लडकियां अपने मनपसंद जीवनसाथी को पाने की इच्छा को लेकर रखती है।

हरतालिका तीज का व्रत

हरतालिका तीज का व्रत भी पति की लम्बी उम्र के लिए ही सुहागिन महिलाएं करती है लेकिन यदि कोई कुँवारी लड़की इस व्रत को रखना चाहती है तो वो भी रख सकती है। क्योंकि कुँवारी लडकियां अपने मन पसंद जीवनसाथी की इच्छा को पूरा करने के लिए इस व्रत को रख सकती है।

शिवरात्रि व्रत

यदि कोई कुँवारी लड़की शिवरात्रि का व्रत रखना चाहती है तो वो यह व्रत भी कर सकती है क्योंकि यह व्रत तो बच्चा, बूढ़ा जवान हर कोई कर सकता है। साथ ही ऐसा माना जाता है की इस दिन भोलेबाबा और माँ पार्वती की पूजा करने से ।कुँवारी लड़कियों को अपने मनपसंद जीवनसाथी को पाने की इच्छा को पूरा करने में मदद मिलती है। साथ ही यदि यह व्रत आप किसी और कामना को लेकर भी करते हैं तो आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है।

जन्माष्टमी

जन्माष्टमी के दिन कान्हा का जन्मदिन मनाया जाता है इस दिन भी उपवास रखने की प्रथा है और जो कोई भी इस व्रत को रखना चाहता है वो रख सकता है। ऐसे में यदि कोई कुँवारी लड़की कान्हा के जन्मदिन के दिन व्रत करना चाहती है तो वो भी कर सकती है।

तो यह हैं वो व्रत जो कुँवारी लडकियां कर सकती है, यदि आप भी इनमे से कोई भी व्रत करना चाहती है तो आप भी वो व्रत कर सकती है। इनमे से अधिकतर व्रत सभी लोग रख सकते हैं।

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