कई बार ऐसा होता है की आप बच्चों को पढ़ने के लिए कहते हैं लेकिन बच्चे कोई न कोई बहाना बनाकर पढाई से बचने की कोशिश करते हैं। या फिर वो किताब तो हाथ में पकड़ लेते हैं लेकिन उसमे से कुछ भी नहीं पढ़ते हैं साथ ही कई बार बच्चे यदा कर भी लेते हैं तो थोड़ी देर बाद अपना याद किया हुआ भूल जाते हैं। ऐसे में बच्चों की पढाई को लेकर माँ बाप को परेशानी हो सकती है। क्या आपके बच्चे के साथ भी यह दिक्कत आ रही है? यदि हाँ, तो अब आपको टेंशन लेने की बिल्कुल भी जरुरत नहीं है क्योंकि आज इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे टोटके बताने जा रहे हैं जो आपके बच्चे से जुडी इस समस्या को दूर करने में आपकी मदद करेंगे।
बच्चे की नज़र उतारें
कई बार ऐसा होता है की घर में जब कोई आता है तो बच्चे उसके सामने पढ़ने लगते हैं और ऐसा करने पर सामने वाला यदि उसे टोक दे। जैसे की कहे क्या बात है आपका बच्चा तो बहुत समझदार है पड़ता रहता है हमारे बच्चे तो ऐसे नहीं है। ऐसा कहने पर बच्चे को नज़र लग सकती है जिसकी वजह से बच्चा पढाई में अपना ध्यान अच्छे से नहीं लगा पाता है। उसके बाद बच्चे का ध्यान पढाई में न लगने के कारण बच्चा पढाई में थोड़ा कमजोर होने लगता है।
ऐसे में आपको बच्चे की नज़र उतार देनी चाहिए इसके लिए आप सात सूखी लाल मिर्च, थोड़ी सी राई के दाने लेकर बच्चे के सिर से पैर तक उल्टी दिशा में घुमाएं उसके बाद इसे आग में डाल दें। इसके अलावा बच्चे को घर की देहलीज पर बिठाकर मिट्टी, काली उड़द, नमक को बराबर मात्रा में मिलाकर बच्चे के ऊपर से वार कर दक्षिण दिशा की और फेंक दें। ऐसा करने से बच्चे की नज़र उतर जाती है जिससे बच्चे का पढाई में मन लगने लगता है।
स्टडी टेबल पर ग्लोब रखें
बच्चों के पढ़ने वाली टेबल पर ग्लोब रखें और अपने बच्चे से कहें रोजाना दिन में कम से कम तीन बार इसे जरूर घुमाएं ऐसा माना जाता है की ऐसा करने से बच्चे की एकाग्रता बढ़ती है जिससे उसका पढाई में मन लगने लगता है।
एजुकेशन टावर लगाएं
आपको किसी भी गिफ्ट शॉप, बच्चों के स्कूल से सम्बंधित सामान वाली दूकान से एजुकेशन टावर आसानी से मिल जाता है। आपको इस टावर को बच्चे के पढ़ने वाले कमरे में लगाना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से भी बच्चे की पढाई करने में एकाग्रता बढ़ती है साथ ही बच्चे को याद करने में आ रही समस्या को दूर करने में भी मदद मिलती है।
बीम के नीचे नहीं पढ़ें
बच्चा जहां बैठकर पड़ता है वहां बीम नहीं होना चाहिए इससे शिशु में मानसिक तनाव उत्पन्न होता है। जिससे शिशु के पढ़ने की इच्छा में कमी आती है। ऐसे में बच्चे का पढाई में मन लग सके उसके लिए आपको इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए।
कमरे की दीवार या पर्दों का रखें ध्यान
बच्चे की पढाई करने की इच्छा में वृद्धि हो इसके लिए आपको बच्चे के कमरे की दीवार के रंग, परदे के रंग आदि का भी ध्यान रखना चाहिए। जैसे की दीवार या पर्दों का रंग हल्का पीला, हल्का आसमानी, हल्का हरा हो तो यह बहुत शुभ माना जाता है लेकिन साथ ही यदि आप बच्चे की कुंडली के अनुसार कौन सा रंग शुभ है उसका ध्यान रखती है तो यह और भी ज्यादा फायदेमंद होता है।
बच्चे के कंप्यूटर का रखें ध्यान
यदि आपका बच्चा कंप्यूटर पर ज्यादा पड़ता है तो आपको इस बात का ध्यान रखना भी जरुरी होता है की आखिर आपका कंप्यूटर कौन सी दिशा में रखा हुआ है। जैसे की कंप्यूटर का ईशान कोण में रखना शुभ नहीं माना जाता है बल्कि दक्षिण व् पश्चिम दिशा के बीच आप कहीं भी कंप्यूटर रख सकते हैं यह बच्चे के कंप्यूटर में पढाई करने के लिए सबसे सही दिशा होती है।
स्टडी रूम के पीछे खिड़की नहीं हो
जहां पर आपका बच्चा बैठकर पड़ता है उसके पीछे यदि खिड़की हो तो यह जगह बच्चे के पढाई करने के लिए बिल्कुल भी शुभ नहीं होती है। क्योंकि ज्योतिषीय कारणों के अनुसार यदि बच्चा पढाई कर रहा हो और बाहर की तरफ से बच्चे पर धूप, हवा, रौशनी आती है तो यह बहुत अशुभ माना जाता है। साथ ही यदि आपके घर का कोई ऐसा कमरा है जिसकी सीध में तीन दरवाज़े हैं तो वो कमरा भी बच्चे के पढाई के लिए अच्छा नहीं होता है। इससे बच्चे का पढाई में न लगने के साथ सेहत सम्बन्धी समस्या होने का खतरा भी रहता है।
केले के पेड़ की मिट्टी
यदि आपके बच्चे का पढाई में मन नहीं लगता है और बहुत कोशिश के बाद भी आपका बच्चा नहीं पड़ता है तो आपको अपने बच्चे को रोजाना केले के पेड़ की मिट्टी का तिलक लगाना चाहिए। इससे बच्चे की एकाग्रता बढ़ती है जिससे बच्चे का पढाई में मन लगने लगता है।
नीम
जिस कमरे में बच्चा पड़ता है उस कमरे की चौखट पर नीम की बंधन वार या फिर नीम की कुछ पत्तियां बांधकर टांग दें। ऐसा करने से वहां शुद्ध हवा, पॉजिटिव वातावरण बने रहने में मदद मिलती है जिससे बच्चे का पढाई में मन लगता है।
इन मंत्रों का जाप बच्चे से करवाएं
यदि आप चाहते हैं की आपके बच्चे का पढाई में मन लगा रहे तो इसके लिए आपको अपने बच्चे से माँ सरस्वती, भगवान गणेश, गायत्री मन्त्र आदि का जाप करवाएं। ऐसा करने से भी आपके बच्चे का पढाई में मन लगता है।
शिक्षा सम्बन्धी चीजों का दान करवाएं
बच्चे का पढाई में मन लगा रहे इसके लिए आपको अपने बच्चे से धार्मिक पुस्तकों, कलमे, पेन आदि का दान करवाना चाहिए। ऐसा करने से भी बच्चे का पढाई में मन लगने लगता है।
कमरे में शीशा नहीं हो
बच्चे के पढ़ने वाले कमरे में शीशा नहीं होना चाहिए। और यदि हो भी तो बच्चा जहां बैठकर पड़ता हो उसकी परछाई बच्चे को ही उस शीशे में नज़र नहीं आनी चाहिए क्योंकि इससे बच्चे का ध्यान भटकता है और बच्चे का पढाई में मन नहीं लगता है।
इन चीजों को बच्चे के कमरे में लगाएं
बच्चे का पढाई में मन लग सके इसके लिए कुछ पॉजिटिव चीजों को बच्चे के कमरे में जरूर लगाएं जैसे की बच्चे का टाइम टेबल, माँ सरस्वती की फोटो, ग्लोब, वर्ल्ड मैप आदि। यह चीजें बच्चे के पढाई के कमरे के वातावरण में पाजिटिविटी लाने में मदद करती है जिससे बच्चे का पढाई में मन लगता है।
तो यह हैं कुछ उपाय जिन्हे ट्राई करने से बच्चों से जुडी इस समस्या को दूर करने में मदद मिलती है। साथ ही आपके बच्चे का दिमाग तेज होता है जिससे वो अपना याद किया हुआ नहीं भूलते हैं। साथ ही आपको अपने बच्चे पर हर दम पढ़ते ही रहने का दबाव भी नहीं डालना चाहिए क्योंकि इससे बच्चे तनाव में आ सकते हैं जितना कमा वो अच्छे से कर सकते हैं पहले उन्हें वो करवाइये उसके बाद धीरे धीरे कदम आगे बढ़ाइए। क्योंकि हर बच्चे की बौद्धिक क्षमता अलग अलग होती है ऐसे में आप उनकी आदतों में बदलाव करके एक एक करके आगे बढ़ें। इसके अलावा एक खास बात का ध्यान रखें की अपने बच्चे की तुलना कभी भी दूसरे बच्चे से नहीं करें क्योंकि आपका बच्चा बहुत ही स्पेशल है।
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