गृह निर्माण कार्तिक माह 2023 November Griha Nirman Construction Muhurat 2023

कार्तिक महीने (November 2023) गृह निर्माण मुहूर्त तिथियां

कार्तिक महीने में कब है गृह निर्माण कार्य प्रारंभ करने का शुभ मुहूर्त – नवंबर 2023 गृह निर्माण (Construction Muhurat for the month of November 2023 )

वास्तु शास्त्र के अनुसार, भूमि पूजन, नीव पूजन, गृह निर्माण कब करने चाहिए?​​

मुहूर्त चक्र के अनुसार कार्तिक महीने में गृह निर्माण कार्य प्रारंभ करना अतिशुभ होता है।  इस महीने मुहूर्त करने से इन महीनों में घर बनाने से घर के मालिक को खुशी और प्रसन्नता मिलती है।

2023 में कार्तिक माह Sun, 29 Oct, 2023 से लेकर Mon, 27 Nov, 2023 तक है।

इसके साथ साथ आपको इस बात रखने हैं। मुहूर्त हमेशा गृह स्वामी के राशि लग्न नक्षत्र के अनुसार हो तभी शुभ होता है।

गृह निर्माण या भूमि पूजन या नीव पूजन विधि विधान से करने चाहिए ताकि घर आपका बिना किसी विघ्न वाधा के बनकर तैयार हो और उसमे रहने वाले लोग हमेशा खुश रहें और निरोग रहें। कभी मुश्किलों नहीं करना पड़े। अशुभ समय में अशुभ दिन और अशुभ नक्षत्र में जो लोग गृह निर्माण प्रारंभ करते हैं अशुभ मुहूर्त लेकर उन्हीं का घर पूरा नहीं हो पाता है विध्न वाधा रहती नहीं उसके बाद गृह प्रवेश के बाद भी शांति नहीं रहती।

क्यों जरुरी है शुभ मुहूर्त निकालकर नींव पूजन करना और निर्माण कार्य प्रारंभ करना ?

जिस भूमि पर आप निर्माण कार्य करने जा रहे है। उस भूमि का दोष मुक्त होना, कुलदेवता से से आज्ञा लेना, देवताओं को आवाहन करना, बहुत जरूरी होता है। देवी देवता, नवग्रह, कुलदेवता, ग्राम देवता, को सूचित करना जरूरी हो जाता है। और यही माध्यम है वास्तु पूजन का इसीलिए शुभ मुहूर्त निकाला जाता है ताकि शुभ मुहूर्त में ही देवी देवता आते हैं। और आपका कार्य सफल होता है देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

इसलिए पूजा पाठ का महत्व है और शिलान्यास का महत्व है। ताकि वह भूमि दोषमुक्त हो जाए और आपके रहने योग्य और घर बनाने योग्य हो जाए। इसलिए सही मुहूर्त में पूजा पाठ करके शिलान्यास करना, ईट रखना जरूरी होता है।

मुहूर्त से पहले कुछ जरुरी जानकारी जो आपको भी रखने हैं उसके बाद चर्चा करेंगे कब है शुभ मुहूर्त।

वास्तु शास्त्र के अनुसार, भूमि पूजन, नीव पूजन, गृह निर्माण कब करने चाहिए?​​

भूमि पूजन के लिए शुभ दिन कौन सा होता है?

  • आप भूमि पूजन, नींव पूजन शिलान्यास, दिन सोमवार, बुधवार, बृहस्पतिवार, शुक्रवार, शनिवार, को करना चाहिए।

कौन सी तिथि शुभ होती है भूमि पूजन नींव पूजन के लिए?

  • आप द्वितीया, तृतीया, पंचमी, सप्तमी, दशमी, एकादशी, त्रयोदशी, पूर्णिमा को भूमि पूजन नीव पूजन करें।

किस नक्षत्र में भूमि पूजन शुभ माना जाता है?

  • भूमि पूजन के लिए जो सर्वश्रेष्ठ नक्षत्र होता है वह है, मृगशिरा, पुष्य, अनुराधा, उत्तराफाल्गुनी, उत्तराभाद्रपद, उत्तराषाढ़, धनिष्ठा, शतभिषा, चित्रा, हस्त, रोहिणी और रेवती।

अगर आपको अपने नाम राशि और स्थान के अनुसार मुहूर्त निकलवाना है। तो संपर्क करें हम आपके अनुसार आपके लिए शुभ मुहूर्त निकाल कर देंगे। जो आपके लिए आपके परिवार के लिए शुभ होगा।

नवंबर 2023 (कार्तिक माह 2023) गृह निर्माण भूमि पूजन नींव पूजन की शुभ तिथियां

  • 3 नवंबर 2023, शुक्रवार, कार्तिक कृष्ण पक्ष षष्ठी, पुनर्वसु नक्षत्र
  • 4 नवंबर 2023, शनिवार, कार्तिक मास कृष्ण पक्ष सप्तमी, पुष्य नक्षत्र
  • 10 नवंबर 2023, शुक्रवार, द्वादशी कार्तिक कृष्ण पक्ष, हस्त नक्षत्र
  • 18 नवंबर 2023, शनिवार, कार्तिक शुक्ल पक्ष पंचमी, उत्तराषाढ़ा नक्षत्र
  • 23 नवंबर 2023, गुरुवार, कार्तिक शुक्ल पक्ष एकादशी, उत्तराभाद्रपद नक्षत्र
  • 24 नवंबर 2023, शुक्रवार, कार्तिक शुक्ल पक्ष द्वादशी,
  • 27 नवंबर 2023, सोमवार, कार्तिक पूर्णिमा, रोहिणी नक्षत्र

मुहूर्त निकलवायें

मुहूर्त हमेशा गृह स्वामी के नाम व् जन्मतिथि के अनुसार निकाला जाता है। मुहूर्त आपके शहर और नाम, राशि के अनुसार होने चाहिए। अगर आप भी गृह निर्माण  नींव पूजा के लिए शुभ मुहूर्त निकलवाना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए PAY NOW पर क्लिक कर मात्र 251/- सहयोग राशि देकर अपने नाम राशि के अनुसार मुहूर्त लीजिये और शुभ कार्य प्रारंभ कीजिए। डोनेशन के बाद व्हाट्सएप पर अपना नाम, जन्म तिथि जन्म समय और मकान की दिशा जरूर भेजें। या पेटीएम करें नीचे दिए गए नंबर पर।

सहयोग राशि 251/- यहां क्लिक करें

WhatsApp +91-9599-2484-66 Email : shubhtithi.com @ Gmail.com

गृह प्रवेश मुहूर्त दिवाली 2023

दीपावली में गृह प्रवेश करने का क्या महत्व है: ज्योतिष और शास्त्रों के अनुसार

Diwali Griha Pravesh Muhurat 2023, Deepawali Muhurat for Griha Pravesh 2023, November Griha Pravcesh 2023, Kartik Maah Griha Pravesh Muhurat 2023:

भारतीय समाज में दीपावली का महत्व अत्यधिक होता है। यह पर्व खुशियों और उत्सव के रूप में मनाया जाता है, और यह समय है जब लोग अपने घरों में सुख, समृद्धि और शांति की कामना करते हैं। दीपावली के इस विशेष दिन, गृह प्रवेश करने का महत्व बढ़ जाता है। शास्त्रों और पंचांग के अनुसार दीपावली में गृह प्रवेश करना वास्तु शांति करवाना और परिवार समेत नए घर में रहने जाना अतिशुभ होता है।

गृह प्रवेश मुहूर्त भारतीय ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण शुभ कार्य है और कई बातों का ध्यान रखना जरुरी होता है। शास्त्रों के अनुसार नए घर में रहने के लिए उपयुक्त समय का चुनाव करना चाहिए। इस मुहूर्त का चयन करने के लिए कई तत्वों को ध्यान में रखा जाता है, जैसे कि तिथि, दिन, नक्षत्र, लग्न, और ग्रहों की स्थिति। एक शुभ मुहूर्त चुनने का उद्देश्य यह होता है कि नए घर में रहने से संबंधित सभी कार्यों में सौभाग्य और समृद्धि हो। नए घर में खुशियाँ हो, परिवार के सदस्य खुश रहे और कभी किसी चीज की कमी नहीं हो स्वस्थ और दीर्घाऊ हो।

मुहूर्त का चयन रेखांकन, ज्योतिष, और पंचांग के आधार पर किया जाता है। यहां आपको विभिन्न तत्वों का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है, हम आपके लिए उचित मुहूर्त निकाल कर देंगे आप अपना डिटेल्स भेजिए हम आपके नाम और राशि के अनुसार मुहूर्त निकालेंगे जो आपके लिए और आपके परिवार के शुभ होगा। क्यों की कई लोग गलत मुहूर्त में गृह प्रवेश करते हैं उसी से ज़िंदगी समस्याएं आती है। पारिवारिक वातावरण कलहपूर्ण, तनावपूर्ण रहता है और समृद्धि नहीं आती है।

मुहूर्त निकलवाना चाहते हैं तो आप मुझसे सम्पर्क करें आपके लग्न राशि चन्द्रबल ताराबल कलश शुद्धि चक्र के अनुसार मुहूर्त निकाल कर देंगे जो आपके लिए आपके परिवार के लिए अतिशुभ होगा। नया घर फलेगा खुशियां आएगी। परिवारजन मिल कर रहेंगे तनाव और मनमुटाव नहीं होगा। लक्ष्मी का वास होगा मांगलिक कार्य होते रहेगा। समाज भी आपसे खुश रहेगा सफलता आपके कदम चूमेगी। मात्र 251 कर डोनेशन कर आप अपने परिवार के लिए अपने लिए अति शुभ मुहूर्त ले सकते हैं व्हाट्सप्प नंबर है 9599248466.

दीपावली और गृह प्रवेश:

दीपावली अद्वितीय दिन है जब लोग अपने नए घरों में गृह प्रवेश करना चाहते हैं। इसे अभिवादन और आशीर्वाद का दिन माना जाता है, जो नए घर की शुरुआत के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है।

दीपावली के महत्व:

  1. आशीर्वाद: दीपावली को घर में आशीर्वाद का प्रतीक माना जाता है। लोग इस दिन नए घर में आकर नए जीवन की शुरुआत करते हैं और अपने परिवार को खुशियों से भर देते हैं।
  2. शुभ आरंभ: दीपावली को नए शुरुआत का समय माना जाता है। घर को नये और शुभ आरंभ के साथ देखने का अर्थ होता है, जिससे लोग नए दौर में उत्साहित और प्रेरित होते हैं।
  3. वास्तु शुद्धि: दीपावली के दिन घर की वास्तु शुद्धि करने का महत्वपूर्ण समय होता है। यह घर को शुद्ध करने और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में मदद करता है।
  4. परिवार संगठन: दीपावली के मौके पर परिवार के सभी सदस्य एक साथ आते हैं और एक-दूसरे के साथ समय बिताते हैं। यह साथी जीवन और खुशियों का प्रतीक होता है।
  5. समृद्धि: दीपावली के मौके पर धन और संपत्ति की प्राप्ति के लिए भी प्रार्थना की जाती है। यह समय धन का आगमन करने के लिए शुभ माना जाता है।

दिवाली 2023 गृह प्रवेश मुहूर्त की तिथियां जो अतिशुभ है :-

धनतेरस10 नवंबर
नरक चतुर्दशी (छोटी दिवाली)12 नवंबर
दिवाली12 नवंबर
दिवाली से पहले मुहूर्त करना शुभ है पर अगर आपके पास समय का अभाव है या आपका मकान अभी अधूरा है तो दिवाली के बाद ही मुहूर्त करना अतिशुभ रहेगा। पर ध्यान रहे आप अपने लग्न राशि के अनुसार ही मुहूर्त का चुनाव करें।

नवंबर माह यानी कार्तिक माह में जो भी शुभ तिथियां शुभ है गृह प्रवेश के लिए वास्तु शांति के लिए बता रहे हैं।

तारीखदिनतिथि, पक्ष, महीनानक्षत्र
3 नवंबर 2023शुक्रवारषष्ठी, कृष्ण पक्ष, कार्तिकपुनर्वसु
4 नवंबर 2023शनिवारसप्तमी, कृष्ण पक्ष, कार्तिकपुनर्वसु
5 नवंबर 2023रविवारअष्टमी, कृष्ण पक्ष, कार्तिकपुष्य
9 नवंबर 2023गुरुवारएकादशी 10:41 AM तक उसके बाद द्वादशी, कृष्ण पक्ष, कार्तिकउत्तरा फाल्गुनी
10 नवंबर 2023शुक्रवारद्वादशी, कृष्ण पक्ष, कार्तिकहस्त
11 नवंबर 2023शनिवारत्रयोदशी, कृष्ण पक्ष, कार्तिकचित्रा
18 नवंबर 2023शनिवारपंचमी, शुक्ल पक्ष कार्तिकउत्तराषाढ़ा
23 नवंबर 2023गुरुवारएकादशी, शुक्ल पक्ष, कार्तिकउत्तर भाद्रपद
24 नवंबर 2023शुक्रवारद्वादशी, शुक्ल पक्ष ,कार्तिकरेवती
25 नवंबर 2023शनिवारत्रयोदशी, शुक्ल पक्ष, कार्तिकअश्विनी
27 नवंबर 2023सोमवारपूर्णिमा, शुक्ल पक्ष कार्तिककृतिका
29 नवंबर 2023बुधवारद्वितीय, कृष्ण पक्ष, मार्गशीर्षमृगशिरा

दीपावली के मौके पर गृह प्रवेश करना या नए घर में रहने जाना एक महत्वपूर्ण कदम होता है। यह समृद्धि, शांति और सुखमय जीवन की ओर एक कदम आगे बढ़ता है, ज्योतिष और शास्त्रों की मदद लेना बहुत महत्वपूर्ण होता है। इसे ध्यान में रखकर, लोग दीपावली को नए घर की शुभारंभ के रूप में मनाते हैं, और उनके जीवन के नए खुशी और समृद्धि की ओर प्रगति करते हैं।

Navratri Griha Pravesh Muhurat

2023 के नवरात्री में गृह प्रवेश करने के लिए शुभ मुहूर्त

शारदीय नवरात्रि 2023, अक्टूबर 2023 गृह प्रवेश मुहूर्त, अक्टूबर गृह प्रवेश शुभ मुहूर्त, नवरात्री गृह प्रवेश मुहूर्त 2023. तिथियां गृह प्रवेश के लिए वास्तु पूजा के लिए नए घर में पूजा पाठ के लिए सबसे शुभ मुहूर्त अतिशुभ मुहूर्त की तारीख और तिथि Griha Pravesh Muhurat October 2023 Date

नवरात्री हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है जिसे माता दुर्गा की पूजा के रूप में मनाया जाता है। इस त्योहार में भक्तों का जीवन उत्साह, आनंद और खुशी से भरा होता है। नवरात्री में घर के मंदिर में पूजा और ध्यान करने का विशेष महत्व होता है। यदि आप इस नवरात्री में अपने नए घर में गृह प्रवेश करने का निश्चित कर चुके हैं, तो आपको अच्छे मुहूर्त का ध्यान देना चाहिए। इस लेख में हम नवरात्री 2023 के गृह प्रवेश मुहूर्त की शुभतिथियों पर चर्चा करेंगे।

नवरात्री 2023 में गृह प्रवेश के लिए कई शुभतिथियाँ हैं। यह महीने के आखिरी सप्ताह में आती हैं और इस साल 2023 में नवरात्री 15 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक मनाई जाएगी। इस दौरान गृह प्रवेश करने का शुभ मुहूर्त चुनने से आपके नए घर में सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना पूरी होगी।

नवरात्री में गृह प्रवेश के लिए इन शुभतिथियों पर ध्यान दें: October 2023 Griha Pravesh Muhurt 

  • 20 अक्टूबर 2023 शुक्रवार षष्ठी, शुक्ल पक्ष अश्विन मूल
  • 22 अक्टूबर 2023 रविवार अष्टमी तिथि, शुक्ल पक्ष, आश्विन उत्तराषाढ़ा
  • 24 अक्टूबर 2023 मंगलवार दशमी तिथि, शुक्ल पक्ष, आश्विन घनिष्ठा
  • 25 अक्टूबर 2023 बुधवार एकादशी, शुक्ल पक्ष, आश्विन शताभिषा – नवरात्री के बाद
  • 26 अक्टूबर 2023 गुरुवार द्वादशी 09:44 AM तक उसके बाद त्रयोदशी, शुक्ल पक्ष, आश्विन पूर्व भाद्रपद – नवरात्री के बाद 

ये शुभतिथियाँ नवरात्री में गृह प्रवेश के लिए अत्यंत शुभ मानी जाती हैं। आप इनमें से किसी भी शुभतिथि को चुन सकते हैं और अपने नए घर में गृह प्रवेश कर सकते हैं। नवरात्री का यह शुभ अवसर आपके जीवन में नए आरंभों का सूचक होगा और आपको आनंद, समृद्धि और खुशियों से भर देगा।

Griha Pravesh Muhurat Video in Hindi for October 2023

मुहूर्त अपने नाम राशि के अनुसार ही निकलवाए हो सकता है आपका शुभ मुहूर्त अलग हो

मुहूर्त निकालना चाहते हैं? तो हम आपके नाम और राशि के अनुसार मुहूर्त निकाल कर देंगे। जो आपके लिए शुभ होगा क्योंकि हर एक इंसान का मुहूर्त अलग-अलग होता है। मुहूर्त चक्र के अनुसार आपके लग्न के अनुसार आपके राशि के अनुसार जब तक मुहूर्त नहीं निकाला जाए तब तक शुभम नहीं होता है। मात्र 251 का डोनेशन करें और कुछ घंटों का इंतजार करें मुहूर्त आपके व्हाट्सएप पर देते हैं। कोई प्रश्न है आपके मन में या डोनेशन के बाद कुछ और कहना चाहते हैं तो आप व्हाट्सएप पर संपर्क कर सकते हैं। व्हाट्सएप नंबर है, 9599 – 24 – 84 – 66

Donate Now

WhatsApp +91-9599-2484-66 Email : shubhtithi.com @ Gmail.com

Griha Pravesh Muhurat Date in August 2023

अगस्त 2023 में गृह प्रवेश मुहूर्त – Griha Pravesh Muhurat in August 2023

गृह प्रवेश मुहूर्त अगस्त 2023, अगस्त 2023 में गृह प्रवेश की तिथि, गृह प्रवेश शुभ समय, गृह प्रवेश महत्वपूर्ण विवरण, गृह प्रवेश के लिए मुहूर्त

Griha Pravesh Muhurat August 2023, Griha Pravesh Dates in August 2023, Auspicious Time for Housewarming, Important Details for Griha Pravesh, Muhurat for House Entry

गृह प्रवेश मुहूर्त का चयन अपने नए घर में सुख-शांति और खुशियाँ लाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। गृह प्रवेश मुहूर्त को वेद, पुराण और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार विशेष दिन और समय में किया जाता है। इसलिए, इसे ध्यानपूर्वक चुनना चाहिए ताकि नए घर में शुभ और अशुभ दोनों के दृष्टिकोण से सुरक्षित रहें।

गृह प्रवेश शुभ मुहूर्त में ही क्यों किया जाता है?

  1. धार्मिक आधार: धार्मिक दृष्टिकोण से, गृह प्रवेश को उच्च महत्व दिया जाता है। धार्मिक शास्त्रों में गृह प्रवेश को नए घर में भगवान का आवागमन माना जाता है और इसके द्वारा घर में धर्म, आदर्श और सदभावना की स्थापना की जाती है।
  2. ज्योतिषीय आधार: ज्योतिष शास्त्र में मान्यता है कि गृह प्रवेश के शुभ मुहूर्त में बढ़ी हुई प्राकृतिक ऊर्जा और नक्षत्रों का संयोग होता है, जिससे नए घर में सकारात्मक ऊर्जा का विकास होता है।
  3. धन-समृद्धि: गृह प्रवेश के शुभ मुहूर्त में किया गया अनुसरण धन-समृद्धि और सम्पदा की प्राप्ति के लिए मददगार साबित होता है। इसमें नए घर में धन और समृद्धि की आवागमन का संकेत मिलता है।
  4. अशुभता से बचाव: ज्योतिषीय दृष्टिकोण से, शुभ मुहूर्त में गृह प्रवेश करने से अशुभता और विघ्नों से बचने में मदद मिलती है। इससे नए घर में सकारात्मक ऊर्जा का आवागमन होता है और घर की सुरक्षा और संपदा के लिए अधिक शुभ बनता है।
  5. सामाजिक अर्थव्यवस्था: गृह प्रवेश को सामाजिक अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण माना जाता है। इससे परिवार के सदस्यों के बीच सम्बन्धों को सुखद और मधुर बनाने में मदद मिलती है।

गृह प्रवेश कब करने चाहिए मुहूर्त चक्र के अनुसार शुभ दिन तिथि लग्न

वारचंद्र (बुधवार), गुरुवार, शुक्रवार, शनिवार
नक्षत्रउत्तरा भाद्रपद, उत्तरा फाल्गुनी, उत्तरा आषाढ़, रोहिणी, मृगशिरा, चित्रा, अनुराधा, रेवती
तिथिद्वितीया, तृतीया, पंचमी, षष्ठी, सप्तमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रयोदशी
लग्नद्वितीया, पंचमी, अष्टमी, एकादशी उत्तम है। तृतीया, षष्ठी, नवमी, द्वादशी मध्यम है।
लग्न-शुद्धिलग्न से प्रतिपदा, द्वितीया, तृतीया, पंचमी, सप्तमी, नवमी, दशमी, एकादशी स्थानों में शुभ ग्रह शुभ होते है।
तृतीया, षष्ठी, एकादशी स्थानों में पापग्रह शुभ होते है।
चतुर्थी, अष्टमी स्थानों में कोई ग्रह नहीं होना चाहिए।

अगस्त 2023 में गृह प्रवेश की शुभ तिथियां

तारीखदिनतिथि, पक्ष, महीनानक्षत्र
23 अगस्त 2023बुधवारसप्तमी, शुक्ल पक्ष, श्रावणस्वाति
26 अगस्त 2023शनिवारदशमी, शुक्ल पक्ष, श्रावणज्येष्ठा
31 अगस्त 2023गुरुवारपूर्णिमा, शुक्ल पक्ष, श्रावणशतभिषा

अगर गृह प्रवेश का शुभ मुहूर्त नहीं है और आपको मुहूर्त करना जरुरी है तो आपको विशेष योग में मुहूर्त करने चाहिए जो अतिशुभ होता है और इसमें ना भद्रा लगता है ना गुरु-शुक्र अस्त, देवशयन, पुरुषोत्तम माह के दोषों का भी विचार नहीं किया जाता है।

मुहूर्त निकालने के लिए संपर्क करें हम आपके नाम राशि के अनुसार मुहूर्त निकालकर देंगे जो आपके लिए अतिशुभ होगा। मात्र 251 का डोनेशन करें और कुछ घंटों का इंतजार करे।  मुहूर्त आपको व्हाट्सएप्प के माध्यम से प्राप्त होगा।

Donate Now

WhatsApp +91-9599-2484-66 Email : shubhtithi.com @ Gmail.com

Griha Pravesh Muhurat in August 2023 Best Dates Hindi Video

Shubh Muhurat

मुहूर्त करना जरुरी है पर मुहूर्त नहीं है तब क्या करें

मुहूर्त हमेशा मुहूर्त चक्र के अनुसार ही करने चाहिए तभी आपका कार्य शुभ होता है। मुहूर्त की तिथियाँ बहुत कम होती है इसलिए कई लोगों के लिए ये संभव नहीं हो पाता है इंतज़ार करना। तो शास्त्रों के अनुसार फिर क्या करने चाहिए ताकि कार्य और मुहूर्त शुभ हो। आपको भी उतने ही फायदे मिले नए कार्य करने में जो एक सही मुहूर्त में कार्य शुरू होता है। अब आपके मन में चल रहा होगा कि सही मुहूर्त क्या होता है? जैसे गृह निर्माण का महीना जो शुभ है माध, फाल्गुन, बैसाख, कार्तिक मुहूर्त चक्र के अनुसार आप इन्हीं महीनों में शुभ नक्षत्र और तिथि में ही घर बनाने का कार्य शुरू कर सकते हैं। ऐसा ही गृह प्रवेश के लिए भी होता है। ऐसा ही शादी विवाह के लिए होता है। कहा जाता है जब तक भगवान् भोलेनाथ की शादी नहीं हो तब तक शादी विवाह नही करने चाहिए यानि शिवरात्रि के बाद से ही विवाह शुरू होने चाहिए। पर आप लोगों को भी पता है आजकल विशेष मुहूर्त निकालकर पुरे साल शादी विवाह होता है।

कुछ ऐसे विशेष शुभ-अशुभ समय आता है, जहाँ आप शुभ कार्य नहीं करते हैं। जैसे की देवशयन, तारा अस्त, गुरु अस्त, पंचक, मलमास, या कोई और अशुभ समय। पर कई लोग लंबा इंतज़ार नहीं कर सकते मुहूर्त जल्दी करने होते हैं जैसे की देवशयन चार महीने के लिए होता है पुरषोतम मास या अधिक महीना एक महीना और भी ज्यादा हो जाता है। ऐसे कई और समय आता है जहाँ पर आपको शुभ कार्य करने की मनाही होती है। तो ऐसे समय में क्या करें मुहूर्त का चुनाव कैसे करें।

फिर आपको क्या करने चाहिए ताकि आपका कार्य शुभ हो।

आपको विशेष योग में मुहूर्त करने चाहिए जो अतिशुभ होता है और इसमें ना भद्रा लगता है ना गुरु-शुक्र अस्त, देवशयन, पुरुषोत्तम माह के दोषों का भी विचार नहीं किया जाता है। तो वो कौन कौन से मुहूर्त होते है जो आपके लिए अतिशुभ हो।

स्वयंसिद्ध मुहूर्त : ये मुहूर्त मुहूर्तशास्त्रीय या मुहूर्त चक्र के विधि निषेध के बंधन से सर्वथा मुक्त है। इसमें किसी भी दोष का विचार नहीं किया जाता है इस योग की शक्ति अद्भुत होती है। ये है:- चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, अक्षय तृतीया, विजयादशमी, धनतेरस, दीपावली और वसंतपंचमी इन तिथियों में आप मुहूर्त कर सकते हैं ये हमेशा ही शुभ होता है।

सर्वार्थसिध्दि योग और अमृत सिध्दि योग

जैसा कि उनके नाम से ही स्पष्ट है इन योगों के समय कोई भी शुभ कार्य किया जाए तो वह सफल होता है। यात्रा, गृह प्रवेश, नूतन गृह प्रवेश, गृह निर्माण आदि सभी कार्यों के लिए इस योग का चयन कर सकते हैं अगर कुछ ऐसे योग जो शुभ नहीं होते हैं और उसी समय आपको मुहूर्त करना पड़ रहा हो तो जैसे गुरु अस्त शुक्र अस्त, मलमास, अधिकमास या देवशयन तो आपको स्वयंसिद्धि योग का आश्रय लेना चाहिए।

ध्यान रहे गुरुवार वाले अमृत सिद्धि योग जिन्हें गुरुपुष्यामृत योग भी कहा जाता है के समय विवाह, मंगलवार वाले अमृत सिद्धि योग के समय नए घर में प्रवेश, तथा शनिवार वाली अमृत सिद्धि योग के समय यात्रा नहीं करना चाहिए। शेष सभी कार्यों के लिए इन्हें निसंकोच प्रयोग में लाएं।

रवि योग

रवि योग भी सर्वार्थ सिद्धि योग की तरह ही है जो सभी कार्यों के लिए शुभ माने जाते हैं। रवि योग सभी अशुभ दिन को नष्ट करने की अद्भुत शक्ति रखता है।

त्रिपुष्कर योग

शास्त्रों के अनुसार इस योग में संपन्न किया गया या घटित कोई शुभ कार्य अथवा कोई शुभ अशुभ घटना कालांतर में श्री पुनीत हो जाती है यानी कि 3 गुना हो जाता है इसमें बहुमूल्य वस्तुओं की खरीदारी जरूर करनी चाहिए जैसे भूमि आभूषण गाड़ी इत्यादि।

द्विपुष्कर योग

यह योग त्रिपुष्कर युगों की ही भांति शुभाशुभ सभी घटनाओं को द्विगुणित करते हैं। द्विपुष्कर योग भी आप शुभ कार्य के लिए कर सकते हैं यह भी बहुत शुभ होता है।

यह सारी योग विशेष नक्षत्रों तिथि वार के संयोग से बनता है। आप इस दौरान शुभ कार्य कर सकते हैं पर समय का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है कि जो शुभ समय है उसी में शुभ कार्य होने चाहिए। आप भी शुभ कार्य के लिए सोच रहे हैं तो संपर्क करें हम आपके लिए मुहूर्त निकाल कर देंगे कि कौन सा आपके नाम राशि के अनुसार शुभ होगा जो आपकी जिंदगी को खुशहाल करने का काम करेगा।

Griha Nirman Muhurat, Neev Pujan Muhurat, Bhumi Pujan Muhurat 2023

जुलाई अगस्त सितम्बर 2023 के महीनों में गृह निर्माण तिथियां

Griha Nirman Muhurat, Neev Pujan Muhurat, Bhumi Pujan Muhurat 2023 in the Month of July 2023, August 2023, September 2023, Best and Auspecious Construction Muhurat Video in Hindi

  • July Griha Nirman 2023, जुलाई में भूमि पूजन नीव पूजन गृह निर्माण की तिथियां
  • August Griha Nirman 2023, अगस्त महीने में गृह निर्माण की शुभ तिथियां
  • September Griha Nirman Muhurat 2023, सितम्बर महीने में गृह निर्माण के लिए शुभ मुहूर्त हिंदी में

जुलाई 2023 : गृह निर्माण, भूमि पूजन, नींव पूजन, नया मकान बनाने का शुभ मुहूर्त

  • 10 जुलाई 2023, सोमवार, नक्षत्र रेवती, अष्टमी तिथि, श्रावण मास, कृष्ण पक्ष
  • 14 जुलाई 2023, शुक्रवार, रोहिणी नक्षत्र, द्वादशी तिथि, श्रावण मास, कृष्ण पक्ष,

अगस्त 2023 : नया घर बनाने के लिए की शुभ तिथियां भूमि पूजन गृह निर्माण के लिए

  • 21 अगस्त 2023, सोमवार, पंचमी तिथि, चित्रा नक्षत्र, श्रावण मास शुक्ल पक्ष
  • 24 अगस्त 2023, गुरुवार, अष्टमी तिथि, विशाखा नक्षत्र, श्रावण मास, शुक्ल पक्ष
  • 26 अगस्त 2023, शनिवार, दशमी तिथि, ज्येष्ठा नक्षत्र, श्रावण मास, शुक्ल पक्ष
  • 28 अगस्त 2023, सोमवार, द्वादशी तिथि, उत्तराषाढ़ा नक्षत्र, श्रावण मास, शुक्ल पक्ष
  • 31 अगस्त 2023, गुरुवार, पूर्णिमा, शतभिषा नक्षत्र, श्रावण मास, शुक्ल पक्ष

सितंबर 2023 : गृह निर्माण की शुभ तिथियां

  • 4 सितंबर 2023, सोमवार, पंचमी तिथि, अश्विनी नक्षत्र, भाद्रपद, कृष्ण पक्ष
  • 7 सितंबर 2023, गुरुवार, अष्टमी तिथि, रोहिणी नक्षत्र, भाद्रपद, कृष्ण पक्ष
  • 11 सितंबर 2023, सोमवार, द्वादशी तिथि, पुष्य नक्षत्र, भाद्रपद, कृष्ण पक्ष

मुहूर्त निकलवायें

मुहूर्त हमेशा गृह स्वामी के नाम व् जन्मतिथि के अनुसार निकाला जाता है। मुहूर्त आपके शहर और नाम, राशि के अनुसार होने चाहिए। अगर आप भी गृह निर्माण  नींव पूजा के लिए शुभ मुहूर्त निकलवाना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए PAY NOW पर क्लिक कर मात्र 251/- सहयोग राशि देकर अपने नाम राशि के अनुसार मुहूर्त लीजिये और शुभ कार्य प्रारंभ कीजिए। डोनेशन के बाद व्हाट्सएप पर अपना नाम, जन्म तिथि जन्म समय और मकान की दिशा जरूर भेजें। या पेटीएम करें नीचे दिए गए नंबर पर।

WhatsApp +91-9599-2484-66 Email : shubhtithi.com @ Gmail.com

विवाह मुहूर्त फरवरी 2023

Vivah Muhurat February 2023

विवाह का शुभ मुहूर्त फरवरी 2023 में, कब कब है शादी की मुहूर्त फरवरी महीने में, विवाह की तिथियां फरवरी माह में, विवाह मुहूर्त की समस्त जानकारी किस तारीख को है शुभ मुहूर्त कौन से नक्षत्र में है शुभ मुहूर्त और विवाह के पश्चात खुशियां आए नए दांपत्य जीवन में उसके लिए विवाह पूर्व क्या करना चाहिए वीडियो में जरूर देखें।

शुभ विवाह मुहूर्त फरवरी 2023

विवाह का शुभ मुहूर्त फरवरी माह 2023 की शुभ तिथियां, लग्न मुहूर्त, शादी मुहूर्त 2023 फरवरी महीने में, कौन-कौन से शुभ मुहूर्त है किस तारीख को कौन से नक्षत्र में विवाह का शुभ मुहूर्त 2023 में।

  • 6 फरवरी सोमवार 2023 मघा नक्षत्र में विवाह मुहूर्त है।
  • 7 फरवरी मंगलवार को मघा नक्षत्र में विवाह मुहूर्त है।
  • 8 फरवरी बुधवार उत्तराफाल्गुनी में विवाह मुहूर्त है।
  • 9 फरवरी गुरुवार के दिन उत्तराफाल्गुनी में विवाह मुहूर्त है।
  • 10 फरवरी शुक्रवार हस्त नक्षत्र में विवाह मुहूर्त है।
  • 15 फरवरी बुधवार के दिन मूल नक्षत्र में विवाह मुहूर्त है।
  • 17 फरवरी शुक्रवार के दिन उत्तराषाढ़ा में विवाह मुहूर्त है।
  • 22 फरवरी बुधवार के दिन रेवती नक्षत्र में विवाह मुहूर्त है।

किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले आपको मुहूर्त निकालना बहुत जरूरी होता है। मुहूर्त हमेशा मुहूर्त चक्र के अनुसार ही निकल जाएं ताकि शुभ कार्य कुशल पूर्वक शांतिपूर्वक संपन्न हो आपके घर में खुशियां आए। इसलिए मुहूर्त हमेशा सोच समझकर ही निकाले। मुहूर्त निकालने के लिए आप शुभ तिथि को संपर्क कर सकते हैं मुंह तो 24 घंटे के अंदर आपको मिलेगा जो आपके लिए शुभ होगा क्योंकि हमारे विद्वान आपके नाम राशि के अनुसार ही शुभ मुहूर्त निकालते हैं।

विवाह मुहूर्त फरवरी 2023 वीडियो हिंदी में

February 2023 Shubh Muhurat

फरवरी 2023 शुभ मुहूर्त शुभ तिथि के अनुसार

1 फरवरी से लेकर 28 फरवरी 2023 के बीच शुभ मुहूर्त शुभ कार्य करने के लिए कौन-कौन से शुभ मुहूर्त है उसकी जानकारी आपको देने जा रहे हैं। कब कब कौन से मुहूर्त हैं कौन से तिथि में आपको कौन से शुभ कार्य करनी चाहिए फरवरी 2023 में समस्त जानकारी आपके लिए।

फरवरी 2023 शुभ मुहूर्त की तिथियां, विवाह मुहूर्त फरवरी 2023, दुरागमन मुहूर्त फरवरी 2023, गृह निर्माण मुहर्त फरवरी 2023, गृह प्रवेश मुहूर्त फरवरी 2023, वाहन मुहूर्त फरवरी 2023, उपनयन मुहूर्त फरवरी 2023

शुभ विवाह मुहूर्त फरवरी 2023

विवाह का शुभ मुहूर्त फरवरी माह 2023 की शुभ तिथियां, लग्न मुहूर्त, शादी मुहूर्त 2023 फरवरी महीने में, कौन-कौन से शुभ मुहूर्त है किस तारीख को कौन से नक्षत्र में विवाह का शुभ मुहूर्त 2023 में।

  • 6 फरवरी सोमवार 2023 मघा नक्षत्र में विवाह मुहूर्त है।
  • 7 फरवरी मंगलवार को मघा नक्षत्र में विवाह मुहूर्त है।
  • 8 फरवरी बुधवार उत्तराफाल्गुनी में विवाह मुहूर्त है।
  • 9 फरवरी गुरुवार के दिन उत्तराफाल्गुनी में विवाह मुहूर्त है।
  • 10 फरवरी शुक्रवार हस्त नक्षत्र में विवाह मुहूर्त है।
  • 15 फरवरी बुधवार के दिन मूल नक्षत्र में विवाह मुहूर्त है।
  • 17 फरवरी शुक्रवार के दिन उत्तराषाढ़ा में विवाह मुहूर्त है।
  • 22 फरवरी बुधवार के दिन रेवती नक्षत्र में विवाह मुहूर्त है।

गौना मुहूर्त फरवरी 2023

दुरागमन मुहूर्त फरवरी 2023, गौना मुहूर्त 2023, फरवरी महीने में कब कब कर सकते हैं गौना मुहूर्त आइए जानते हैं।

  • 12 फरवरी रविवार के दिन गौना मुहूर्त है।
  • 14 फरवरी मंगलवार के दिन अनुराधा नक्षत्र में गौना मुहूर्त है।
  • 16 फरवरी गुरुवार के दिन मूल नक्षत्र में गौना मुहूर्त है।
  • 21 फरवरी मंगलवार शतभिषा नक्षत्र में गौना मुहूर्त है।
  • 22 फरवरी बुधवार उत्तराभाद्रपद में गौना मुहूर्त है।
  • 24 फरवरी शुक्रवार के दिन अश्विनी नक्षत्र में गौना मुहूर्त है।
  • 27 फरवरी सोमवार के दिन रोहिणी नक्षत्र में गौना मुहूर्त है।

यज्ञोपवित जनेऊ उपनयन मुहूर्त फरवरी 2023

  • 8 फरवरी बुधवार के दिन उपनयन मुहूर्त है।
  • 10 फरवरी शुक्रवार हस्त नक्षत्र में पंचमी तिथि में उपनयन मुहूर्त है।
  • 11 फरवरी शनिवार के दिन जनेऊ मुहूर्त चित्रा नक्षत्र में है।
  • 22 फरवरी बुधवार के दिन उत्तराभाद्रपद में यज्ञोपवीत मुहूर्त करा सकते हैं।
  • 24 फरवरी शुक्रवार के दिन अश्विनी नक्षत्र में उपनयन मुहूर्त है जनेऊ का मुहूर्त करा सकते हैं।

नीव पूजन गृह निर्माण मुहूर्त गृहारंभ मुहूर्त नया घर बनाने का मुहूर्त फरवरी 2023 की तिथियां कौन-कौन से हैं आइए जानते हैं

गृह निर्माण मुहूर्त फरवरी 2023, भूमि पूजन फरवरी 2023 की शुभ तिथियां, नया घर बनाने का शुभ मुहूर्त फरवरी महीने में, गृहारंभ करने जा रहे हैं 2023 फरवरी माह में तो यह है शुभ तारीख शुभ दिन शुभ तिथि काम शुरू करने का नींव डालने का भूमि पूजन करने का।

  • 10 फरवरी 2023 शुक्रवार हस्त नक्षत्र में शुभ मुहूर्त है भूमि पूजन करने का।
  • 11 फरवरी शनिवार के दिन चित्र नक्षत्र में आप मुहूर्त कर सकते हैं।
  • 22 फरवरी बुधवार के दिन उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में नीव पूजन मुहूर्त करें।
  • 24 फरवरी शुक्रवार अश्विनी नक्षत्र में नए घर का निर्माण कार्य प्रारंभ कर सकते हैं।

गृह प्रवेश मुहूर्त फरवरी 2023 की शुभ तिथियां कौन-कौन से हैं?

फरवरी 2023 में गृह प्रवेश करने का शुभ मुहूर्त जो शुभ मंगल है स्थिति को आप नए घर में जा सकते हैं प्रवेश कर सकते हैं पूजा पाठ करा सकते हैं वास्तु पूजा करा सकते हैं वह तिथियां यह है।

  • 10 फरवरी शुक्रवार हस्त नक्षत्र में गृह प्रवेश की तिथि है।
  • 11 फरवरी शनिवार के दिन चित्रा नक्षत्र में भी गृह प्रवेश कर सकते हैं।
  • 22 फरवरी बुधवार के दिन उत्तराभाद्रपद में में गृह प्रवेश की तिथि है।

व्यापार आरंभ करने का, दुकान या शॉप का उद्घाटन करने का शुभ मुहूर्त फरवरी 2023 में?

नया व्यापार शुरू करने का मुहूर्त फरवरी 2023 में कौन-कौन सी तिथि में आप शुभ मुहूर्त कर सकते हैं आइए जानते हैं।

  • 10 फरवरी शुक्रवार हस्त नक्षत्र पंचमी तिथि में आप नया व्यापार शुरू कर सकते हैं।
  • 22 फरवरी बुधवार के दिन उत्तराभाद्रपद में आप नया व्यापार दुकान उद्घाटन कर सकते हैं।
  • 24 फरवरी शुक्रवार के दिन अश्विनी नक्षत्र में भी आप व्यापार मुहूर्त कर सकते हैं।

वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त फरवरी 2023 में

फरवरी 2023 में आप कार खरीदने जा रहे हैं स्कूटर खरीदने जा रहे हैं स्कूटी खरीदने जा रहे हैं मोटरसाइकिल खरीदने जा रहे हैं या कोई अन्य मशीनरी खरीदने जा रहे हैं तो इस तिथि को खरीदें शुभ होगा आपके लिए।

  • 3 फरवरी शुक्रवार पुनर्वसु नक्षत्र में वाहन खरीद सकते हैं।
  • 5 फरवरी रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र में वाहन खरीद सकते हैं।
  • 10 फरवरी शुक्रवार के दिन हस्त नक्षत्र पंचमी में वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त है।
  • 22 फरवरी बुधवार के दिन उत्तराभाद्रपद में वाहन खरीद सकते हैं।
  • 24 फरवरी शुक्रवार अश्विनी नक्षत्र में वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त है।

किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले आपको मुहूर्त निकालना बहुत जरूरी होता है। मुहूर्त हमेशा मुहूर्त चक्र के अनुसार ही निकल जाएं ताकि शुभ कार्य कुशल पूर्वक शांतिपूर्वक संपन्न हो आपके घर में खुशियां आए। इसलिए मुहूर्त हमेशा सोच समझकर ही निकाले। मुहूर्त निकालने के लिए आप शुभ तिथि को संपर्क कर सकते हैं मुंह तो 24 घंटे के अंदर आपको मिलेगा जो आपके लिए शुभ होगा क्योंकि हमारे विद्वान आपके नाम राशि के अनुसार ही शुभ मुहूर्त निकालते हैं।

वाहन मुहूर्त 2023 शुभ तिथियां नक्षत्र और वार

जनवरी 2023 में वाहन लेने के शुभ मुहूर्त

वाहन लेने की शुभ तारीख और वारतिथिमाह और पक्षनक्षत्र
04 जनवरी 2023, बुधवारत्रयोदशी 12:00 AM, Jan 05 तकपौष, शुक्ल पक्षरोहिणी
06 जनवरी 2023, शुक्रवारपूर्णिमा 04:37 AM, Jan 07 तकपौष, शुक्ल पक्षआर्द्रा
13 जनवरी 2023, शुक्रवारषष्ठी 06:17 PM तक उसके बाद सप्तमीमाघ, कृष्ण पक्षउत्तराफाल्गुनी
15 जनवरी 2023, रविवारअष्टमी 07:45 PM तक उसके बाद नवमीमाघ, कृष्ण पक्षचित्रा
18 जनवरी 2023, बुधवारएकादशी 04:03 PM तक उसके बाद द्वादशीमाघ, कृष्ण पक्षअनुराधा
22 जनवरी 2023, रविवारप्रतिपदा 10:27 PM तक उसके बाद द्वितीयामाघ, शुक्ल पक्षश्रवण
23 जनवरी 2023, सोमवारद्वितीया 06:43 PM तक उसके बाद तृतीयामाघ, शुक्ल पक्षधनिष्ठा
26 जनवरी 2023, गुरूवारपञ्चमी 10:28 AM तक उसके बाद षष्ठीमाघ, शुक्ल पक्षउत्तर भाद्रपद
27 जनवरी 2023, शुक्रवारषष्ठी 09:10 AM तक उसके बाद सप्तमीमाघ, शुक्ल पक्षरेवती
जनवरी 2023 में वाहन लेने के शुभ मुहूर्त

फरवरी 2023 में वाहन लेने के शुभ मुहूर्त

वाहन लेने की शुभ तारीख और वारतिथिमाह और पक्षनक्षत्र
01 फरवरी 2023, बुधवारएकादशी 02:01 PM तक उसके बाद द्वादशीमाघ, शुक्ल पक्षमॄगशिरा
03 फरवरी 2023, शुक्रवारत्रयोदशी 06:57 PM तक उसके बाद चतुर्दशीमाघ, शुक्ल पक्षपुनर्वसु
05 फरवरी 2023, रविवारपूर्णिमा 11:58 PM तक उसके बाद प्रतिपदामाघ, शुक्ल पक्षपुष्य
10 फरवरी 2023, शुक्रवारचतुर्थी 07:58 AM तक उसके बाद पञ्चमीफाल्गुन, कृष्ण पक्षहस्त
12 फरवरी 2023, रविवारषष्ठी 09:45 AM तक उसके बाद सप्तमीफाल्गुन, कृष्ण पक्षस्वाती
20 फरवरी 2023, सोमवारअमावस्या 12:35 PM तक उसके बाद प्रतिपदाफाल्गुन, कृष्ण पक्षधनिष्ठा
27 फरवरी 2023, सोमवारअष्टमी 02:21 AM, Feb 28 तकफाल्गुन, शुक्ल पक्षरोहिणी
फरवरी 2023 में वाहन लेने के शुभ मुहूर्त

मार्च 2023 में वाहन लेने के शुभ मुहूर्त

वाहन लेने की शुभ तारीख और वारतिथिमाह और पक्षनक्षत्र
01 मार्च 2023, बुधवारदशमी पूर्ण रात्रि तकफाल्गुन, शुक्ल पक्षमॄगशिरा
02 मार्च 2023, गुरूवारदशमी 06:39 AM तक उसके बाद एकादशीफाल्गुन, शुक्ल पक्षआर्द्रा
03 मार्च 2023, शुक्रवारएकादशी 09:11 AM तक उसके बाद द्वादशीफाल्गुन, शुक्ल पक्षपुनर्वसु
09 मार्च 2023, गुरूवारद्वितीया 08:54 PM तक उसके बाद तृतीयाचैत्र, कृष्ण पक्षहस्त
10 मार्च 2023, शुक्रवारतृतीया 09:42 PM तक उसके बाद चतुर्थीचैत्र, कृष्ण पक्षचित्रा
12 मार्च 2023, रविवारपञ्चमी 10:01 PM तक उसके बाद षष्ठीचैत्र, कृष्ण पक्षविशाखा
13 मार्च 2023, सोमवारषष्ठी 09:27 PM तक उसके बाद सप्तमीचैत्र, कृष्ण पक्षअनुराधा
19 मार्च 2023, रविवारद्वादशी 08:07 AM तक उसके बाद त्रयोदशी 04:55 AM, Mar 20 तकचैत्र, कृष्ण पक्षधनिष्ठा 
22 मार्च 2023, बुधवारप्रतिपदा 08:20 PM तक उसके बाद द्वितीयाचैत्र, शुक्ल पक्षउत्तर भाद्रपद
26 मार्च 2023, रविवारपञ्चमी 04:32 PM तक उसके बाद षष्ठीचैत्र, शुक्ल पक्षकृत्तिका
27 मार्च 2023, सोमवारषष्ठी 05:27 PM तक उसके बाद सप्तमीचैत्र, शुक्ल पक्षरोहिणी 
29 मार्च 2023, बुधवारअष्टमी 09:07 PM तक उसके बाद नवमीचैत्र, शुक्ल पक्षआर्द्रा
31 मार्च 2023, शुक्रवारदशमी 01:58 AM, Apr 01 तकचैत्र, शुक्ल पक्षपुष्य
,मार्च 2023 में वाहन लेने के शुभ मुहूर्त

अप्रैल 2023 में वाहन लेने के शुभ मुहूर्त

वाहन लेने की शुभ तारीख और वारतिथिमाह और पक्षनक्षत्र
05 अप्रैल 2023, बुधवारचतुर्दशी 09:19 AM तक उसके बाद पूर्णिमाचैत्र, शुक्ल पक्षउत्तराफाल्गुनी
06 अप्रैल 2023, गुरूवारपूर्णिमा 10:04 AM तक उसके बाद प्रतिपदाचैत्र, शुक्ल पक्षहस्त
07 अप्रैल 2023, शुक्रवारप्रतिपदा 10:20 AM तक उसके बाद द्वितीयावैशाख, कृष्ण पक्षचित्रा
10 अप्रैल 2023, सोमवारचतुर्थी 08:37 AM तक उसके बाद पंचमीवैशाख, कृष्ण पक्षअनुराधा 
16 अप्रैल 2023, रविवारएकादशी 06:14 PM तक उसके बाद द्वादशीवैशाख, कृष्ण पक्षधनिष्ठा
23 अप्रैल 2023, रविवारतृतीया 07:47 AM तक उसके बाद चतुर्थीवैशाख, शुक्ल पक्षरोहिणी
24 अप्रैल 2023, सोमवारचतुर्थी 08:24 AM तक उसके बाद पञ्चमीवैशाख, शुक्ल पक्षमॄगशिरा
26 अप्रैल 2023, बुधवारषष्ठी 11:27 AM तक उसके बाद सप्तमीवैशाख, शुक्ल पक्षपुनर्वसु 
27 अप्रैल 2023, गुरूवारसप्तमी 01:38 PM तक उसके बाद अष्टमीवैशाख, शुक्ल पक्षपुष्य
28 अप्रैल 2023, शुक्रवारअष्टमी 04:01 PM तक उसके बाद नवमीवैशाख, शुक्ल पक्षपुष्य
अप्रैल 2023 में वाहन लेने के शुभ मुहूर्त

मई 2023 में वाहन लेने के शुभ मुहूर्त

वाहन लेने की शुभ तारीख और वारतिथिमाह और पक्षनक्षत्र
03 मई 2023, बुधवारत्रयोदशी 11:49 PM तक उसके बाद चतुर्दशीवैशाख, शुक्ल पक्षहस्त
05 मई 2023, शुक्रवारपूर्णिमा 11:03 PM तक उसके बाद प्रतिपदावैशाख, शुक्ल पक्षस्वाती
07 मई 2023, रविवारद्वितीया 08:15 PM तक उसके बाद तृतीयाज्येष्ठ, कृष्ण पक्षअनुराधा
12 मई 2023, शुक्रवारसप्तमी 09:06 AM तक उसके बाद अष्टमीज्येष्ठ, कृष्ण पक्षश्रवण
14 मई 2023, रविवारदशमी 02:46 AM, May 15 तकज्येष्ठ, कृष्ण पक्षशतभिषा
17 मई 2023, बुधवारत्रयोदशी 10:28 PM तक उसके बाद चतुर्दशीज्येष्ठ, कृष्ण पक्षरेवती
22 मई 2023, सोमवारतृतीया 11:18 PM तक उसके बाद चतुर्थीज्येष्ठ, शुक्ल पक्षमॄगशिरा
24 मई 2023, बुधवारपञ्चमी 03:00 AM, May 25 तकज्येष्ठ, शुक्ल पक्षपुनर्वसु 
25 मई 2023, गुरूवारषष्ठी पूर्ण रात्रि तकज्येष्ठ, शुक्ल पक्षपुष्य 
31 मई 2023, बुधवारएकादशी 01:45 PM तक उसके बाद द्वादशीज्येष्ठ, शुक्ल पक्षचित्रा
मई 2023 में वाहन लेने के शुभ मुहूर्त

जून 2023 में वाहन लेने के शुभ मुहूर्त

वाहन लेने की शुभ तारीख और वारतिथिमाह और पक्षनक्षत्र
01 जून 2023, गुरुवारद्वादशी 01:39 PM तक उसके बाद त्रयोदशीज्येष्ठ, शुक्ल पक्षचित्रा
02 जून 2023, शुक्रवारत्रयोदशी 12:48 PM तक उसके बाद चतुर्दशीज्येष्ठ, शुक्ल पक्षस्वाती
08 जून 2023, गुरुवारपञ्चमी 06:58 PM तक उसके बाद षष्ठीआषाढ़, कृष्ण पक्षश्रवण
09 जून 2023, शुक्रवारषष्ठी 04:20 PM तक उसके बाद सप्तमीआषाढ़, कृष्ण पक्षधनिष्ठा 
12 जून 2023, सोमवारनवमी 10:34 AM तक उसके बाद दशमीआषाढ़, कृष्ण पक्षउत्तर भाद्रपद
18 जून 2023, रविवारअमावस्या 10:06 AM तक उसके बाद प्रतिपदाआषाढ़, कृष्ण पक्षमॄगशिरा
21 जून 2023, बुधवारतृतीया 03:09 PM तक उसके बाद चतुर्थीआषाढ़, शुक्ल पक्षपुष्य
26 जून 2023, सोमवारअष्टमी 02:04 AM, June 27 तकआषाढ़, शुक्ल पक्षउत्तराफाल्गुनी
28 जून 2023, बुधवारदशमी 03:18 AM, June 29 तकआषाढ़, शुक्ल पक्षचित्रा
29 जून 2023, गुरुवारएकादशी 02:42 AM, June 30 तकआषाढ़, शुक्ल पक्षस्वाती 
जून 2023 में वाहन लेने के शुभ मुहूर्त

जुलाई 2023 में वाहन लेने के शुभ मुहूर्त

वाहन लेने की शुभ तारीख और वारतिथिमाह और पक्षनक्षत्र
05 जुलाई 2023, बुधवारद्वितीया 10:02 AM तक उसके बाद तृतीयाश्रावण, कृष्ण पक्षश्रवण
06 जुलाई 2023, गुरूवारतृतीया 06:30 AM तक उसके बाद चतुर्थी 03:12 AM, July 07 तकश्रावण, कृष्ण पक्षधनिष्ठा
07 जुलाई 2023, शुक्रवारपञ्चमी 12:17 AM, July 08 तकश्रावण, कृष्ण पक्षशतभिषा
09 जुलाई 2023, रविवारसप्तमी 07:59 PM तक उसके बाद अष्टमीश्रावण, कृष्ण पक्षउत्तर भाद्रपद
10 जुलाई 2023, सोमवारअष्टमी 06:43 PM तक उसके बाद नवमीश्रावण, कृष्ण पक्षरेवती
14 जुलाई 2023, शुक्रवारद्वादशी 07:17 PM तक उसके बाद त्रयोदशीश्रावण, कृष्ण पक्षरोहिणी 
जुलाई 2023 में वाहन लेने के शुभ मुहूर्त

अगस्त 2023 में वाहन लेने के शुभ मुहूर्त

वाहन लेने की शुभ तारीख और वारतिथिमाह और पक्षनक्षत्र
21 अगस्त 2023, सोमवारपञ्चमी 02:00 AM, Aug 22 तकश्रावण, शुक्ल पक्षचित्रा 
24 अगस्त 2023, गुरुवारअष्टमी 03:10 AM, Aug 25 तकश्रावण, शुक्ल पक्षविशाखा 
30 अगस्त 2023, बुधवारचतुर्दशी 10:58 AM तक उसके बाद पूर्णिमाश्रावण, शुक्ल पक्षधनिष्ठा 
31 अगस्त 2023, गुरुवारपूर्णिमा 07:05 AM तक उसके बाद प्रतिपदा 03:18 AM, Sep 01 तकश्रावण, शुक्ल पक्षशतभिषा 
अगस्त 2023 में वाहन लेने के शुभ मुहूर्त

सितम्बर 2023 में वाहन लेने के शुभ मुहूर्त

वाहन लेने की शुभ तारीख और वारतिथिमाह और पक्षनक्षत्र
06 सितम्बर 2023, बुधवारसप्तमी 03:37 PM तक उसके बाद अष्टमीभाद्रपद, कृष्ण पक्षकृत्तिका
07 सितम्बर 2023, गुरुवारअष्टमी 04:14 PM तक उसके बाद नवमीभाद्रपद, कृष्ण पक्षरोहिणी
10 सितम्बर 2023, रविवारएकादशी 09:28 PM तक उसके बाद द्वादशीभाद्रपद, कृष्ण पक्षपुनर्वसु
17 सितम्बर 2023, रविवारद्वितीया 11:08 AM तक उसके बाद तृतीयाभाद्रपद, शुक्ल पक्षहस्त
18 सितम्बर 2023, सोमवारतृतीया 12:39 PM तक उसके बाद चतुर्थीभाद्रपद, शुक्ल पक्षचित्रा
20 सितम्बर 2023, बुधवारपञ्चमी 02:16 PM तक उसके बाद षष्ठीभाद्रपद, शुक्ल पक्षविशाखा
21 सितम्बर 2023, गुरुवारषष्ठी 02:14 PM तक उसके बाद सप्तमीभाद्रपद, शुक्ल पक्षअनुराधा
25 सितम्बर 2023, सोमवारदशमी 07:55 AM तक उसके बाद एकादशी 05:00 AM, Sep 26 तकभाद्रपद, शुक्ल पक्षउत्तराषाढा
27 सितम्बर 2023, बुधवारत्रयोदशी 10:18 PM तक उसके बाद चतुर्दशीभाद्रपद, शुक्ल पक्षधनिष्ठा 
29 सितम्बर 2023, शुक्रवारपूर्णिमा 03:26 PM तक उसके बाद प्रतिपदाभाद्रपद, शुक्ल पक्षउत्तर भाद्रपद
सितम्बर 2023 में वाहन लेने के शुभ मुहूर्त

अक्टूबर 2023 में वाहन लेने के शुभ मुहूर्त

वाहन लेने की शुभ तारीख और वारतिथिमाह और पक्षनक्षत्र
08 अक्टूबर 2023, रविवारनवमी 10:12 AM तक उसके बाद दशमीआश्विन, कृष्ण पक्षपुष्य
15 अक्टूबर 2023, रविवारप्रतिपदा 12:32 AM, Oct 16 तकआश्विन, शुक्ल पक्षचित्रा
22 अक्टूबर 2023, रविवारअष्टमी 07:58 PM तक उसके बाद नवमीआश्विन, शुक्ल पक्षउत्तराषाढा
23 अक्टूबर 2023, सोमवारनवमी 05:44 PM तक उसके बाद दशमीआश्विन, शुक्ल पक्षश्रवण
25 अक्टूबर 2023, बुधवारएकादशी 12:32 PM तक उसके बाद द्वादशीआश्विन, शुक्ल पक्षशतभिषा
अक्टूबर 2023 में वाहन लेने के शुभ मुहूर्त

नवम्बर 2023 में वाहन लेने के शुभ मुहूर्त

वाहन लेने की शुभ तारीख और वारतिथिमाह और पक्षनक्षत्र
01 नवम्बर 2023, बुधवारचतुर्थी 09:19 PM तक उसके बाद पञ्चमीकार्तिक, कृष्ण पक्षमॄगशिरा
03 नवम्बर 2023, शुक्रवारषष्ठी 11:07 PM तक उसके बाद सप्तमीकार्तिक, कृष्ण पक्षपुनर्वसु 
05 नवम्बर 2023, रविवारअष्टमी 03:18 AM, Nov 06 तककार्तिक, कृष्ण पक्षपुष्य
10 नवम्बर 2023, शुक्रवारद्वादशी 12:35 PM तक उसके बाद त्रयोदशीकार्तिक, कृष्ण पक्षहस्त
19 नवम्बर 2023, रविवारषष्ठी 07:23 AM तक उसके बाद सप्तमी 05:21 AM, Nov 20 तककार्तिक, शुक्ल पक्षश्रवण
20 नवम्बर 2023, सोमवारअष्टमी 03:16 AM, Nov 21 तककार्तिक, शुक्ल पक्षधनिष्ठा
23 नवम्बर 2023, गुरूवारएकादशी 09:01 PM तक उसके बाद द्वादशीकार्तिक, शुक्ल पक्षउत्तर भाद्रपद
27 नवम्बर 2023, सोमवारपूर्णिमा 02:45 PM तक उसके बाद प्रतिपदाकार्तिक, शुक्ल पक्षकृत्तिका
नवम्बर 2023 में वाहन लेने के शुभ मुहूर्त

दिसम्बर 2023 में वाहन लेने के शुभ मुहूर्त

वाहन लेने की शुभ तारीख और वारतिथिमाह और पक्षनक्षत्र
01 दिसम्बर 2023, शुक्रवारचतुर्थी 03:31 PM तक उसके बाद पञ्चमीमार्गशीर्ष, कृष्ण पक्षपुनर्वसु
07 दिसम्बर 2023, गुरूवारदशमी 05:06 AM, Dec 08 तकमार्गशीर्ष, कृष्ण पक्षहस्त
08 दिसम्बर 2023, शुक्रवारएकादशी 06:31 AM, Dec 09 तकमार्गशीर्ष, कृष्ण पक्षचित्रा
10 दिसम्बर 2023, रविवारद्वादशी 07:13 AM तक उसके बाद त्रयोदशीमार्गशीर्ष, कृष्ण पक्षस्वाती
17 दिसम्बर 2023, रविवारपञ्चमी 05:33 PM तक उसके बाद षष्ठीमार्गशीर्ष, शुक्ल पक्षधनिष्ठा
18 दिसम्बर 2023, सोमवारषष्ठी 03:13 PM तक उसके बाद सप्तमीमार्गशीर्ष, शुक्ल पक्षशतभिषा
21 दिसम्बर 2023, गुरूवारनवमी 09:37 AM तक उसके बाद दशमीमार्गशीर्ष, शुक्ल पक्षरेवती
24 दिसम्बर 2023, रविवारत्रयोदशी 05:54 AM, Dec 25 तकमार्गशीर्ष, शुक्ल पक्षकृत्तिका
27 दिसम्बर 2023, बुधवारप्रतिपदा पूर्ण रात्रि तकपौष, कृष्ण पक्षआर्द्रा
29 दिसम्बर 2023, शुक्रवारद्वितीया 07:59 AM तक उसके बाद तृतीयापौष, कृष्ण पक्षपुष्य
दिसम्बर 2023 में वाहन लेने के शुभ मुहूर्त
उपनयन मुहूर्त, यज्ञोपवीत मुहूर्त,जनेऊ मुहूर्त 2023

उपनयन मुहूर्त, यज्ञोपवीत मुहूर्त,जनेऊ मुहूर्त 2023

Upnayan Muhurat 2023, Yagyopavit Muhurat 2023, Janeu Muhurat 2023, उपनयन मुहूर्त, यज्ञोपवीत मुहूर्त,जनेऊ मुहूर्त 2023

उपनयन मुहूर्त क्या होता है? जनेऊ मुहूर्त क्यों जरुरी है?

उपनयन यह नवम संस्कारों में से एक है इसे यज्ञोपवीत, व्रतबन्ध, उपनयन और जनेऊ आदि नामों से प्रचलित है। यह संस्कार ब्राह्मण, क्षत्रिय और वैश्य में प्रसिद्ध है जनेऊ धारण करने से पहले पूजा पाठ विधिवत्त रूप से सम्पादित करके धारण किया जाता है। हिन्दू धर्म यानी सनातन धर्म में जनेऊ धारण करना हमेशा से ही एक पवित्र परम्परा रही है इसे यज्ञोपवीत, व्रतबन्ध, उपनयन और जनेऊ संस्कार आदि के नाम से भी जाना जाता है। शादी से पहले उपनयन संस्कार होना अनिवार्य होता है साथ ही इसको सबसे महत्वपूर्ण संस्कारों में से एक माना जाता है।

उपनयन या जनेऊ संस्कार प्राचीन सनातन धर्म में वर्णित दसवां संस्कार है। सनातन धर्म में विशेष रूप से ब्राह्मण समुदाय में, उपनयन या जनेऊ संस्कार एक विशेष समारोह रहा है। साथ ही उपनयन संस्कार क्षत्रिय और वैश्य में भी प्रसिद्ध है जनेऊ धारण करने से पहले पूजा पाठ विधिवत्त रूप से की जाती है और इसे सम्पादित करके धारण किया जाता है। इस समारोह में लड़के को एक पवित्र सफेद धागा पहनाया जाता है जिसे जनेऊ या यज्ञोपवीत कहा जाता है, जो उसके जीवन में एक नए अध्याय यानी युवावस्था की शुरुआत का संकेत देता है। साथ ही इस संस्कार के लिए महत्वपूर्ण तिथियों का ध्यान रखना इससे जुडी बातों का ध्यान रखना बहुत जरुरी होता है।

उपनयन संस्कार कब करना चाहिए?

उपनयन संस्कार की हर समुदाय में उम्र अलग ही होती है। साथ ही यदि किसी कारणवश उस उम्र में बालक का जनेऊ संस्कार नहीं हो पाता है तो उसके बाद अन्य उम्र में जो की जनेऊ संस्कार के लिए सही होती है उस उम्र में जनेऊ संस्कार किया जाता है।

ब्राह्मण बालकों का जनेऊ संस्कार कब करना चाहिए?

ब्राह्मण बालक को जन्मदिन से पंचम वर्ष में या अष्टम वर्ष में उपनयन संस्कार हो जाना चाहिए।

क्षत्रिय बालकों का जनेऊ संस्कार कब करना चाहिए?

क्षत्रिय बालकों का जनेऊ संस्कार छठे या ग्याहरवें वर्ष में कर लेना चाहिए।

अगर इन वर्षों में उपनयन संस्कार नहीं हो पाएं तो उपरोक्त वर्षों को द्विगनित कर देने से मध्यांतर काल गौण अर्थात आठ से सोलहवें वर्ष तक ब्राह्मण का, ग्याहरवें से बाइसवें वर्ष तक क्षत्रिय का और बारह से चौबीसवें वर्ष तक वैश्य का जनेऊ संस्कार हो जाना चाहिए।

शुभ महीना (जनेऊ संस्कार के लिए )

चैत्र, वैशाख, आषाढ़, (देवशयनी एकादशी से पूर्वकाल तक) माघ व् फाल्गुन मास तक जनेऊ संस्कार के लिए शुभ महीने हैं।

जनेऊ संस्कार से पूर्व ध्यान रखने योग्य बातें:-

  • ज्येष्ठ पुत्र के लिए ज्येष्ठ मास त्याज्य रखना चाहिए। मीनस्थ सूर्य यज्ञोपवीत के लिए शुभ कहा गया है।
  • यज्ञोपवीत संस्कार के लिए वसंत ऋतू तथा अष्टम वर्ष की उत्कृष्टता इतनी है की दोनों के संयोग से जन्ममास- तिथि- नक्षत्र भी दूषित नहीं होते।
  • यधपि जन्ममास यज्ञोपवीत में त्याज्य है तथापि आवश्यक होने पर जन्मदिन से दस दिन छोड़कर अन्य दिनों में संस्कार दोषपूर्ण नहीं होता है।
  • अन्य मतानुसार जन्मकालिक पक्ष को छोड़कर दूसरे पक्ष में शुभ कार्य करने पर जन्ममास का दोष नहीं रहता है।

ग्राहय तिथि:– शुक्ल पक्ष की 2, 3, 5, 10, 11, 12, एवं कृष्ण पक्ष की 1, 2, 3, 5, तिथियां शुभ है।

राशि के 9वें 18वें, और 27वें, अंश में स्थित सूर्य का संचारकाल होता है) परन्तु ध्यान रहे, रोगबान, और चौरबाण का विचार रात्रि में किया जाता है। तथा उपनयन का समय तो पूर्वार्द्ध या मध्याह्न तक ही होता है। अपि च, लग्न बल की उपलब्धि में बाण विचार निरर्थक है-

नोट:- यदि संस्कारी बालक की माता रजस्वला (मासिक धर्म) हो जाये तो उसकी शुद्धि के बाद ही यज्ञोपवीत संस्कार करना चाहिए। आइए आगे २०२३ में जनेऊ संस्कार के लिए सबसे अहम और शुभ तिथियां कौन सी हैं उनके बारे में जानते हैं।

जनवरी जनेऊ संस्कार मुहूर्त 2023

जनेऊ संस्कार की तिथियां और वारतिथिमाह और पक्षनक्षत्र
22 जनवरी 2023, रविवारप्रतिपदा 10:27 PM तक उसके बाद द्वितीयामाघ, शुक्ल पक्षश्रवण
25 जनवरी 2023, बुधवारचतुर्थी 12:34 PM तक उसके बाद पञ्चमीमाघ, शुक्ल पक्षपूर्व भाद्रपद
26 जनवरी 2023, गुरुवारपञ्चमी 10:28 AM तक उसके बाद षष्ठीमाघ, शुक्ल पक्षउत्तर भाद्रपद
30 जनवरी 2023, सोमवारनवमी 10:11 AM तक उसके बाद दशमीमाघ, शुक्ल पक्षकृत्तिका
जनवरी जनेऊ संस्कार मुहूर्त 2023

फरवरी जनेऊ संस्कार मुहूर्त 2023

जनेऊ संस्कार की तिथियां और वारतिथिमाह और पक्षनक्षत्र
08 फरवरी 2023, बुधवारतृतीया 06:23 AM, Feb 09 तकफाल्गुन, कृष्ण पक्षपूर्वाफाल्गुनी
10 फरवरी 2023, शुक्रवारचतुर्थी 07:58 AM तक उसके बाद पञ्चमीफाल्गुन, कृष्ण पक्षहस्त
22 फरवरी 2023, बुधवारतृतीया 03:24 AM, Feb 23 तकफाल्गुन, शुक्ल पक्षउत्तर भाद्रपद
23 फरवरी 2023, गुरूवारचतुर्थी 01:33 AM, Feb 24 तकफाल्गुन, शुक्ल पक्षरेवती
24 फरवरी 2023, शुक्रवारपञ्चमी 12:31 AM, Feb 25 तकफाल्गुन, शुक्ल पक्षअश्विनी
फरवरी जनेऊ संस्कार मुहूर्त 2023

मार्च जनेऊ संस्कार मुहूर्त 2023

जनेऊ संस्कार की तिथियां और वारतिथिमाह और पक्षनक्षत्र
01 मार्च 2023, बुधवारदशमी पूर्ण रात्रि तकफाल्गुन, शुक्ल पक्षमॄगशिरा
02 मार्च 2023, गुरूवारदशमी 06:39 AM तक उसके बाद एकादशीफाल्गुन, शुक्ल पक्षआर्द्रा
03 मार्च 2023, शुक्रवारएकादशी 09:11 AM तक उसके बाद द्वादशीफाल्गुन, शुक्ल पक्षपुनर्वसु
08 मार्च 2023, बुधवारप्रतिपदा 07:42 PM तक उसके बाद द्वितीयाचैत्र, कृष्ण पक्षउत्तराफाल्गुनी
09 मार्च 2023, गुरूवारद्वितीया 08:54 PM तक उसके बाद तृतीयाचैत्र, कृष्ण पक्षहस्त
22 मार्च 2023, बुधवारप्रतिपदा 08:20 PM तक उसके बाद द्वितीयाचैत्र, शुक्ल पक्षउत्तर भाद्रपद
23 मार्च 2023, गुरूवारद्वितीया 06:20 PM तक उसके बाद तृतीयाचैत्र, शुक्ल पक्षरेवती
26 मार्च 2023, रविवारपञ्चमी 04:32 PM तक उसके बाद षष्ठीचैत्र, शुक्ल पक्षकृत्तिका
31 मार्च 2023, शुक्रवारदशमी 01:58 AM, Apr 01 तकचैत्र, शुक्ल पक्षपुष्य
मार्च जनेऊ संस्कार मुहूर्त 2023

अप्रैल जनेऊ संस्कार मुहूर्त 2023

अप्रैल में कोई जनेऊ संस्कार मुहूर्त नहीं है।

मई जनेऊ संस्कार मुहूर्त 2023

जनेऊ संस्कार की तिथियां और वारतिथिमाह और पक्षनक्षत्र
01 मई 2023, सोमवारएकादशी 10:09 PM तक उसके बाद द्वादशीवैशाख, शुक्ल पक्षपूर्वाफाल्गुनी
07 मई 2023, रविवारद्वितीया 08:15 PM तक उसके बाद तृतीयाज्येष्ठ, कृष्ण पक्षअनुराधा
10 मई 2023, बुधवारपञ्चमी 01:49 PM तक उसके बाद षष्ठीज्येष्ठ, कृष्ण पक्षपूर्वाषाढा
21 मई 2023, रविवारद्वितीया 10:09 PM तक उसके बाद तृतीयाज्येष्ठ, शुक्ल पक्षरोहिणी
22 मई 2023, सोमवारतृतीया 11:18 PM तक उसके बाद चतुर्थीज्येष्ठ, शुक्ल पक्षमॄगशिरा
24 मई 2023, बुधवारपञ्चमी 03:00 AM, May 25 तकज्येष्ठ, शुक्ल पक्षपुनर्वसु
29 मई 2023, सोमवारनवमी 11:49 AM तक उसके बाद दशमीज्येष्ठ, शुक्ल पक्षउत्तराफाल्गुनी
मई जनेऊ संस्कार मुहूर्त 2023

जून जनेऊ संस्कार मुहूर्त 2023

जनेऊ संस्कार की तिथियां और वारतिथिमाह और पक्षनक्षत्र
01 जून 2023, गुरूवारद्वादशी 01:39 PM तक उसके बाद त्रयोदशीज्येष्ठ, शुक्ल पक्षस्वाती
05 जून 2023, सोमवारप्रतिपदा 06:38 AM तक उसके बाद द्वितीया 03:48 AM, June 06 तकआषाढ़, कृष्ण पक्षमूल
06 जून 2023, मंगलवारतृतीया 12:50 AM, June 07 तकआषाढ़, कृष्ण पक्षपूर्वाषाढा
08 जून 2023, गुरूवारपञ्चमी 06:58 PM तक उसके बाद षष्ठीआषाढ़, कृष्ण पक्षश्रवण
19 जून 2023, सोमवारप्रतिपदा 11:25 AM तक उसके बाद द्वितीयाआषाढ़, शुक्ल पक्षआर्द्रा
21 जून 2023, बुधवारतृतीया 03:09 PM तक उसके बाद चतुर्थीआषाढ़, शुक्ल पक्षपुष्य
जून जनेऊ संस्कार मुहूर्त 2023
नाम, राशि, और जन्मस्थान से ही मुहूर्त निकालने चाहिए ताकि कार्य सकुशल बिना विघ्न बाधा के संपन्न हो। हम आपके लिए अतिउत्तम तिथि निकाल कर देंगे जो आपके लिए और परिवार के लिए शुभ होगा। आपके मोबाइल पर या ईमेल पर मुहूर्त 24 घंटे के अंदर भेजा जायेगा। मात्र 200 रूपये  के डोनेशन पर।  मुहूर्त के लिए Pay Now पर क्लिक कीजिये।